भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह और कैसरगंज से करण भूषण सिंह की उम्मीदवारी की घोषणा की। दिनेश प्रताप सिंह ने इससे पहले 2019 का आम चुनाव रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था, जहां वह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से हार गए थे। दूसरी ओर, करण भूषण सिंह को उनके पिता, पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष, बृज भूषण सिंह की कैसरगंज सीट दी गई है।
2019 के लोकसभा चुनावों में, सोनिया गांधी ने 534,918 वोट और 55.80 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किए, जबकि दिनेश प्रताप सिंह ने 38.36 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 367,740 वोट हासिल किए। पार्टी के गढ़ में चुनाव लड़ते हुए सोनिया गांधी बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ 1,67,178 वोटों के अंतर से जीत हासिल करने में कामयाब रहीं। जहां बीजेपी ने अब यूपी में अमेठी और रायबरेली समेत दो प्रमुख सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस ने अभी तक इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
करण भूषण सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह गोंडा के नवाबगंज में सहकारी ग्राम विकास बैंक के अध्यक्ष भी हैं। बृजभूषण पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद उनकी उम्मीदवारी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। करीब एक दशक तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे भाजपा सांसद पर छह महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया जैसे शीर्ष भारतीय पहलवानों ने बृज भूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर कई हफ्तों तक भारी विरोध प्रदर्शन किया था।