स्नैपडील (Snapdeal) के मालिकाना हक वाली SaaS कंपनी यूनिकॉमर्स (Unicommerce), IPO लाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने मार्केट रेगुलेटर सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर दिया है। कंपनी की योजना IPO के तहत 2.98 करोड़ शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए करने की है। पब्लिक इश्यू में ताजा शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब हुआ कि IPO से मिला पैसा, OFS के तहत शेयरों को बिक्री के लिए रखने वाले शेयरधारकों के पास जाएगा। DRHP के मुताबिक, OFS में 1 रुपये फेस वैल्यू वाले कुल 29,840,486 इक्विटी शेयरों को बिक्री के लिए रखा जाएगा।
इसमें AceVector Limited (जिसे पहले स्नैपडील लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) के 11,459,840 इक्विटी शेयर शामिल हैं। इसके अलावा B2 Capital Partners की ओर से 2,210,406 इक्विटी शेयर तक और एसबी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स (यूके) लिमिटेड की ओर से 1,61,70,240 इक्विटी शेयर तक बिक्री के लिए रहेंगे। एंकरेज कैपिटल फंड, माधुरी मधुसूदन केला, रिजवान कोइता एंड जगदीश मूरजानी, दिलीप वेलोडी समेत कुछ अन्य निवेशकों के एक समूह ने हाल ही में यूनिकॉमर्स में शेयर हासिल किए हैं।
क्या करती है कंपनी
2012 में स्थापित और 2015 में स्नैपडील द्वारा खरीदी गई यूनिकॉमर्स, SaaS-बेस्ड टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के अपने व्यापक सूट के माध्यम से D2C ब्रांड्स, खुदरा कंपनियों और अन्य ऑनलाइन विक्रेताओं के लिए ई-कॉमर्स संचालन के एंड-टू-एंड मैनेजमेंट को सक्षम बनाती है। SaaS का अर्थ है, सॉफ्टवेयर/ऐप्स को बिना डाउनलोड किए इंटरनेट के जरिए एक्सेस करना। जैसे कि ईमेल, कैलेंडर, माइक्रोसॉफ्ट Microsoft Office 365 जैसे टूल्स।
वित्तीय तौर पर कितनी मजबूत है कंपनी
यूनिकॉमर्स IPO के लिए IIFL Securities Limited और CLSA India Private Limited बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। वित्त वर्ष 2023 में यूनिकॉमर्स का रेवेन्यू लगभग 53 प्रतिशत बढ़कर 90 करोड़ रुपये हो गया, जबकि लाभ 8 प्रतिशत बढ़कर 6 करोड़ रुपये हो गया। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 120-150 करोड़ रुपये रह सकता है।
यूनिकॉमर्स ने दिसंबर 2023 में अपने बोर्ड में 5 नए लोगों को शामिल किया था। सॉफ्टबैंक इंडिया के पूर्व प्रमुख मनोज कोहली, ज्योति लैब्स के उल्लास कामत और शीरोज के फाउंडर व सीईओ सायरी चहल को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया। साथ ही स्नैपडील के कुणाल बहल और रोहित बंसल को बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया।