उन्होंने कहा कि इस इन संकटों ने करोड़ों लोगों को निर्धनता के गर्त में धकेल देने का भी जोखिम उत्पन्न कर रखा है.
यूएन महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ़्रांसिस त्रिनिदाद और टोबेगो के राजदूत हैं.
उन्होंने चर्चा, संवाद और बहुपक्षीय राजनय के ज़रिए समस्या-समाधान में, वैश्विक मंच के रूप में, महासभा की भूमिका को रेखांकित किया.
एक स्पष्ट अनिवार्यता
लगभग तीन वर्ष पहले कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से इस वर्ष पहला मौक़ा है जब यूएन महासभा के उच्च स्तरीय सत्र में, देशाध्यक्ष और राष्ट्राध्यक्ष, व्यक्तिगत मौजूदगी के साथ शिरकत कर रहे हैं.
इस वार्षिक साप्ताहिक चर्चा में, 193 देशों के प्रतिनिधि, आलीशान यूएन महासभागार में अपनी बात दुनिया के सामने रखेंगे.
डेनिस फ़्रांसिस ने कहा, “इस वर्ष हमारी अनिवार्यता स्पष्ट है: देशों को एकजुट करना, एक साझा मक़सद के लिए समर्पण में एकजुट होना और साझा कार्रवाई के लिए एकजुट होना.”
वैश्विक विश्वास का पुनर्निर्माण
उन्होंने कहा कि ये चुनौतियाँ, अनेक दशकों की कठिनाई के साथ हासिल किए गए विकास लाभों को पलट रही हैं, और इसके कारण, करोड़ों लोगों को पीढ़ियों तक चलने वाली निर्धनता और मुश्किलों में धकेल रही हैं.
डेनिस फ़्रांसिस ने सारी मानवता से अपील करते हुए, नेताओं से भी, बदलाव के लिए जान फूँकने वाले एक प्रभावशाली मंच के रूप में, यूएन महासभा का पूर्ण सदुपयोग करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, “आइए, हम सुनें और सीखें. आइए, हम विश्वास का पुनर्निर्माण करें और वैश्विक एकजुटता में फिर से जान फूँकें. और आइए, हमारे सामने दरपेश चुनौतियों का सामना करने के लिए, एक साझा धरातल तलाश करें.”
यूक्रेन में युद्ध बन्द करें
यूएन महासभा अध्यक्ष डेनिस फ़्रांसिस ने कहा कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और सम्प्रभुता के लगातार जारी हनन के मद्देनज़र, ये सन्देश और भी अधिक महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि घातक और भयावह युद्ध ने देश में भी भीषण तबाही मचाई है, जिसके प्रभाव दुनिया भर में देखने को मिले हैं – खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा क़ीमतें प्रभावित हुई हैं, और यहाँ तक कि परमाणु युद्ध का, अकल्पनीय जोखिम भी बढ़ा दिया है.
डेनिस फ़्रांसिस ने कहा, “हम सभी चाहते हैं कि ये युद्ध बन्द हो. ये उस सबका असम्मान है, जिसके लिए संयुक्त राष्ट्र और यूएन चार्टर वजूद में हैं.”