टीवीएस मोटर कंपनी ने आज 8 मई को FY24 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 18 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने इस अवधि में 485 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 410 करोड़ रुपये था। चेन्नई स्थित टू-व्हीलर कंपी का ऑपरेशन से रेवेन्यू Q4FY24 में 24 फीसदी बढ़कर 8169 करोड़ रुपये हो गया, जबकि मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में यह 6605 करोड़ रुपये था। TVS Motor के शेयरों में आज 1.29 फीसदी की तेजी आई है और यह स्टॉक 2006.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
कैसे रहे TVS Motor के तिमाही नतीजे
TVS Motor ने बताया कि तिमाही के दौरान उसने रिकॉर्ड ऑपरेटिंग Ebitda दर्ज किया है। इसका Ebitda पिछले साल की चौथी तिमाही के 680 करोड़ रुपये की तुलना में 36 फीसदी बढ़कर 926 करोड़ रुपये हो गया। इसका ऑपरेटिंग मार्जिन 100 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 11.3 फीसदी हो गया, जो पिछले वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान 10.3 फीसदी था।
कंपनी का प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) 2023-24 की चौथी तिमाही में 23 फीसदी बढ़कर 672 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही में यह 547 करोड़ रुपये था। इसमें कहा गया है कि मौजूदा तिमाही के पीबीटी में पिछले साल की चौथी तिमाही के दौरान 62 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में 47 करोड़ रुपये का फेयर वैल्यूएशन लॉस शामिल है।
पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 20 फीसदी बढ़कर 31,776 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह 26,378 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए नेट प्रॉफिट 2,083 करोड़ रुपये है, जबकि मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के दौरान शुद्ध लाभ 1,491 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्त वर्ष के लिए इसका ऑपरेटिंग EBITDA पिछले वर्ष की तुलना में 100बीपीएस बढ़कर 11.1 फीसदी हो गया। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए पीबीटी 39 प्रतिशत बढ़कर 2,781 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष के दौरान यह 2,003 करोड़ रुपये था। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए PAT 2,083 करोड़ रुपये है, जबकि मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के दौरान यह 1,491 करोड़ रुपये था।
अनुमान से कम रहा TVS Motor Company का नेट प्रॉफिट
TVS का Q4 FY24 का मुनाफा एनालिस्ट्स की उम्मीदों से कम रहा। नौ ब्रोकरेज फर्मों के औसत अनुमान के मुताबिक Q4 में नेट प्रॉफिट 33 फीसदी बढ़कर 545 करोड़ रुपये होने की उम्मीद थी। हालांकि, कंपनी का रेवेन्यू बाजार के अनुमान से अधिक रहा। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 8,004 करोड़ रुपये होने की उम्मीद थी।