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Services PMI : 3 महीने के हाई पर रही भारत की दिसंबर सर्विसेज PMI, 56.9 से बढ़कर 59.0 पर आई

Services PMI : 3 महीने के हाई पर रही भारत की दिसंबर सर्विसेज PMI, 56.9 से बढ़कर 59.0 पर आई

Services PMI : आज 5 जनवरी को जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2023 में देश में सर्विसेज सेक्टर की गतिविधि में विस्तार जारी रहा। एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) दिसंबर में 59.0 के स्तर पर पहुंच गया है जो तीन महीनों का उच्चतम स्तर है। बता दें की नवंबर में सर्विस सेक्टर का पीएमआई 56.9 के स्तर पर था जो एक साल का निचला स्तर था। दिसंबर में देश का सर्विस सेक्टर का पीएमआई लगातार 29वें महीने 50 के अहम स्तर से ऊपर रहा है।

बता दें कि अगर PMI आंकड़ा 50 के ऊपर होता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में ग्रोथ हुई है। वहीं अगर ये आंकड़ा 50 के नीचे रहता है तो यह माना जाता है कि कारोबारी गतिविधियों में संकुचन आया है।

सर्विसेज इंडेक्स की तरह ही दिसंबर 2023 में कंपोजिट पीएमआई भी तीन महीने के हाई 58.5 पर पहुंच गया है। हालांकि मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई 2023 के आखिरी महीने में 54.9 के स्तर पर गिर गया है जो 18 महीने का निचला स्तर है।

एचएसबीसी में चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट प्रांजुल भंडारी का कहना है कि दिसंबर में भारत के सर्विस सेक्टर का न्यू ऑर्डर बुक तीन महीने के नए हाई पर रहा है। इसके कारण सर्विस सेक्टर की कारोबारी गतिविधियों में तेजी आई है और भारत के सर्विस सेक्टर ने 2023 की क्लोजिंग बढ़त के साथ की है।

दिसंबर 2023 में नए ऑर्डरों में विदेशों से मिलने वाले ऑर्डरों की संख्या में बढ़त जारी रही है। दिसंबर महीने में भारतीय सेवा प्रदाताओं को ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोप, मध्य पूर्व और दक्षिण अमेरिका स्थित ग्राहकों से सबसे ज्यादा ऑर्डर मिले हैं। हालांकि, इन विदेशी ऑर्डरों में बढ़त की दर छह महीने में सबसे कम रही है।

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नए ऑर्डर बढ़ने के साथ ही दिसंबर में सर्विस सेक्टर की कंपनियों पर उत्पादन क्षमता बढ़ाने का दबाव देखने को मिला है। इस क्षेत्र में रोज़गार नवंबर की तुलना में थोड़ी तेज़ दर से बढ़ा है।

कीमतों के मोर्चे पर नजर डालें तो सेवा प्रदाताओं के लिए इनपुट लागत की महंगाई दिसंबर में 40 महीनों में सबसे निचले स्तर पर रही है। इस अवधि में कॉर्पोरेट मार्जिन में सुधार के संकेत देखने को मिले हैं। क्योंकि ग्राहकों से वसूली जाने वाली कीमतें इनपुट लागत में हुई बढ़त की तुलना में तेज़ गति से बढ़ीं हैं।

अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि दिसंबर में खुदरा महंगाई नवंबर के 5.55 फीसदी से ज्यादा रहेगी। उनका मानना है कि दिसंबर में ये भारतीय रिज़र्व बैंक की 2-6 फीसदी की टॉलरेंस लिमिट से ज्यादा रहेगी। डॉयचे बैंक के भारत और दक्षिण एशिया के हेड इकोनॉमिस्ट कौशिक दास ने कहा “हम भारत की दिसंबर सीपीआई महंगाई 6.03 फीसदी रहने का अनुमान लगा रहे हैं।”

बता दें कि दिसंबर 2023 के रिटेल महंगाई के आंकड़े 12 जनवरी को जारी किए जाएंगे।

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