उद्योग/व्यापार

Sensex के आधे से अधिक शेयर 200-DMA के नीचे, समझें क्या है इसका मतलब

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन पहले घरेलू मार्केट में खरीदारी का जोरदार रुझान है। हालांकि एक कारोबारी दिन पहले शुक्रवार यानी 31 मई को इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स BSE Sensex के करीब आधे शेयर 200 दिनों के मूविंग एवरेज (DMA) से नीचे बंद हुए थे। इसके अलावा बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलरैप के भी एक-तिहाई शेयर 200-DMA के नीचे बंद हिए थे। 200-DMA की बात करें तो टेक्निकल एनालिस्ट्स इसे अहम मानक के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। यह किसी शेयर के 200 दिनों के क्लोजिंग प्राइस के औसत को दिखाता है। इससे किसी शेयर की चाल का अनुमान लगाया जाता है कि मौजूदा लेवल से यह किस तरफ बढ़ेगा।

Sensex के कौन-कौन से शेयर गिरे 200-DMA के नीचे

शुक्रवार को दिन भर के कारोबार की समाप्ति पर बजाज फाइनेंस, टाइटन, एशियन पेंट्स, एचयूएल, इंफोसिस, नेस्ले इंडिया. एचसीएलटेक, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, टीसीएस, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, आईटीसी और विप्रो 200-DMA के नीचे बंद हुए। हालाकि आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के नरेंद्र सोलंकी का कहना है कि इस लेवल के नीचे गिरना चिंता की कोई बात नहीं है। चिंता की बात तब होगी, जब शेयर इस लेवल के नीचे कई दिनों तक बना रहे। ऐसा होना पर अपने होल्डिंग का रिव्यू करना चाहिए।

SmallCap और MidCap में कौन-कौन शेयर 200-DMA के नीचे?

बीएसई स्मॉलकैप में1000 में से 419 स्टॉक 200 डीएमए से नीचे हैं। इसमें से 70 शेयर 200-डीएमए से 20 फीसदी से अधिक तो 349 शेयर 1-20 फीसदी तक डाउनसाइड हैं। बीएसई मिडकैप की बात करें तो इसके 127 शेयरों में से 31 शेयर 200 डीएमए से नीचे हैं जिसमें से 10 तो 10-40 फीसदी डाउनसाइड और 21 शेयर 1-9 फीसदी डाउनसाइड हैं। कुछ एनालिस्ट्स के मुताबिक महंगे वैल्यूएशन के चलते मिड और स्मॉल कैप शेयर नरम पड़े और अब निवेशक इनमें बेहतर लेवल पर निवेश की योजना बना रहे हैं। इसी के चलते ही निफ्टी के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में दबाव दिखा। हालांकि नरेंद्र सोलंकी ने अनुमान लगाया था कि एग्जिट पोल में मोदी सरकार की केंद्र में धमाकेदार वापसी के संकेतों पर सोमवार को शेयरों में तेजी दिखनी चाहिए और आज ऐसा ही हुआ। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे।

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