देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने कर्ज में डूबी कंपनी पीसी ज्वैलर (PC Jeweller) को बड़ी राहत दी है। पीसी ज्वैलर ने 13 मार्च को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि SBI ने कंपनी द्वारा सौंपा गया वन टाइम सेटलमेंट (OTS) प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। वन टाइम सेटलमेंट की शर्तों में कैश और इक्विटी कंपोनेंट शामिल हैं। यह घटनाक्रम बेहद अहम है, क्योंकि पीसी ज्वैलर अपने लेंडर्स के साथ कोर्ट से बाहर समझौते के लिए लंबे समय से कोशिश कर रही है।
लेंडर्स का कंपनी पर 3,400 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया है। पीसी ज्वैलर (PC Jeweller) की मुश्किलें 2023 में शुरू हुईं, जब बैंकों ने कंपनी से अपने लोन को रिकॉल करने का फैसला किया। दरअसल, कंपनी की फाइलिंग में पता चला था कि कंपनी ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों के 3,466 करोड़ के लोन पर डिफॉल्ट किया है। लोन रिकॉल ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें लेंडर कंपनी से वह पैसा लौटाने को कहता है, जो उसने लोन के तौर लिया है।
कंपनी ने फिस्कल ईयर 2021-22 की अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया था कि उसने 14 बैंकों से कर्ज लिया है, जिनमें SBI, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक और पंजाब नेशनल बैंक शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों का कंपनी के पास 3,278 करोड़ रुपये है, जिसमें ब्याज और मूलधन भी शामिल है। सबसे ज्यादा बकाया रकम (1,060 करोड़ रुपये) SBI की है। इसके अलावा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 530 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 478 करोड़ रुपये और इंडियन बैंक का 226 करोड़ रुपये बकाया है।
SBI ने जून 2023 में पीसी ज्वैलर लिमिटेड के खिलाफ इंसॉल्वेंसी याचिका दायर की थी। इसके बाद नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) ने नोटिस जारी करते हुए पीसी ज्वैलर से जवाब मांगा था। SBI की याचिका पर पीसी ज्वेलर (PC Jeweller) ने 26 वॉल्यूम में अपना जवाब पेश किया था।