नीतीश कुमार की ओर से कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद बजट सत्र की शुरुआत होनी है। मुख्यमंत्री की इस कैबिनेट की बैठक में कई सारी बातें रखी जाने की बात सामने आ रही थी। लेकिन उससे ठीक उलट मात्र 20 मिनट में ही ये बैठक समाप्त कर दी गई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जन्मजयंती समारोह पर एक तरफ जहां पीएम मोदी को धन्यवाद कहा तो वहीं परिवारवाद के सहारे लालू यादव और कांग्रेस पार्टी दोनों को ही इशारों-इशारों में निशाने पर ले लिया। नीतीश कुमार ने वेटनरी ग्राउंड से खुलकर कहा कि आज कर तो कुछ लोग अपने परिवार को ही आगे बढ़ाते हैं। जनननायक कर्पूरी ठाकुर को देखते हुए ही अपने अपने परिवार के किसी सदस्य को आगे नहीं बढ़ाया। आज राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार को दो बड़ी बीमारी करार दिया। ये आज के युवाओं को आगे नहीं बढ़ने देती है। नीतीश के इतना कहते ही लालू यादव की पुत्री रोहिणी आचार्य ने धड़ाधड़ तीन ट्वीट कर दिए। रोहिणी आचार्य ने बिना नाम लिए नियत में कोट और हवाओं की तरह बदलने की बात करते हुए इस तकरार को आगे बढ़ा दिया। बाद में विवाद बढ़ता देख रोहिणी आचार्य ने वो ट्वीट ड्लीट कर दिया। लेकिन तब तक शायद देर हो चुकी थी।
नीतीश कुमार की ओर से कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के बाद बजट सत्र की शुरुआत होनी है। मुख्यमंत्री की इस कैबिनेट की बैठक में कई सारी बातें रखी जाने की बात सामने आ रही थी। लेकिन उससे ठीक उलट मात्र 20 मिनट में ही ये बैठक समाप्त कर दी गई। इसके बाद की प्रेस ब्रीफिंग भी नहीं होने दी गई। 20 मिनट की कैबिनेट बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और बिहार के सीएम नीतीश के बीच कोई बात नहीं हुई है।
पिछले कुछ दिनों से पटना के राजनीतिक गलियारे में जिस तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। जिस तरह से राजद सुप्रीमो लालू और नीतीश के बीच दूरियां बड़ गई हैं। लालू-तेजस्वी मिलने भी नीतीश के घर पर गए थे। लेकिन फिर भी डैमेड कंट्रोल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में रोहिणी आचार्य का ट्वीट सामने आया। सूत्रों के अनुसार ये दावा लगातार किया जा रहा है कि नीतीश कुमार बस मौके का इंतजार कर रहे हैं। मुफीद अवसर पाते ही वो अपना इरादा बता दें। नीतीश कुमार के बारे में शुरू से ये कहा जाता है कि वो इस तरह की बातों को बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं। वो इस तरह की टिप्पणियों पर तुरंत फैसला लेने के लिए भी जाने जाते हैं। नीतीश कुमार ने 3 फरवरी को होने वाली झारखंड की रैली भी रद्द कर दिया। राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को प्रभावित नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि कल शाम के बाद नीतीश की तरफ से कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
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