रिजर्व बैंक (RBI) ने इनफ्लेशन को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है। केंद्रीय बैंक ने एक बार फिर कहा है कि मीडियम टर्म में 4 पर्सेंट की महंगाई दर का लक्ष्य मुश्किल जान पड़ता है और अगर महंगाई दर को लक्ष्य के मुताबिक कम नहीं किया गया, तो ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है। रिजर्व बैंक के बुलेटिन में कहा गया है, ‘ सितंबर और अक्टूबर 2023 में इनफ्लेशन कम रहने और लंबे समय तक ब्याज दरें स्थिर रहने से कुछ स्टेकहोल्डर्स को निकट भविष्य की स्थितियों को लेकर भ्रम हो गया है और उन्हें लगता है कि निकट भविष्य में हाई इनफ्लेशन का जोखिम नहीं है।’
बुलेटन के मुताबिक, ‘ऐसी स्थितियों में ब्याज दरों में कटौती की मांग तेज होने लगती है या कम से कम यह कहा जाता है कि केंद्रीय बैंक को पॉलिसी रेट को लेकर सख्ती में ढील देनी चाहिए। इनफ्लेशन के हिसाब से इस तरह की राय मॉनिटरी पॉलिसी के लिए खतरनाक है। इससे ग्रोथ की बुनियाद भी कमजोर होती है।’ रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा केंद्रीय बैंक द्वारा जारी इस लेख के सह-लेखक हैं। पात्रा रिजर्व की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के तीन प्रतिनिधियों में से एक हैं। हालांकि, लेख में व्यक्त विचार केंद्रीय बैंक की आधिकारिक राय नहीं होते हैं।
बहरहाल, रिजर्व बैंक के बुलेटिन में यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब कुछ समय पहले ही यानी 8 दिसंबर को बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने लगातार पाचंवी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करते हुए इसे 6.5 पर्सेंट पर स्थिर रखा था। बाजार से संबंधित पक्ष जहां रिजर्व बैंक के इस फैसले से खुश थे, वहीं केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों को लेकर किसी तरह का संकेत देने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि यह सोचना गलत है कि रिजर्व बैंक इसके जरिये ब्याज दरों में स्थिरता का संकेत दे रहा है।
दास ने कहा था, ‘ महंगाई दर का सिर्फ एक बार 4 पर्सेंट पर पहुंचना अहम नहीं है। मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी को यह भरोसा होना चाहिए कि 4 पर्सेंट का लेवल अब टिकाऊ है।’ नवंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.55 पर्सेंट पर पहुंच गई थी और अर्थशास्त्रियों को दिसंबर में भी इसमें और बढ़ोतरी का अनुमान है। रिजर्व बैंक के हालिया अनुमानों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर 2024 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) इनफ्लेशन 4 पर्सेंट पर पहुंच सकता है। इस हिसाब से देखा जाए, तो तकरीबन 5 साल बाद इनफ्लेशन का मीडियम टारगेट हासिल किया जा सकेगा।