Rashi Peripherals IPO : राशि पेरिफेरल्स के शेयरों की लिस्टिंग कल यानी 14 फरवरी को होने वाली है। एक्सपर्ट्स का मानना है कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग पर आईपीओ निवेशकों को डबल डिजिट में मुनाफा हो सकता है। इस आईपीओ को निवेशकों की मजबूत प्रतिक्रिया मिली थी और यह करीब 60 गुना सब्सक्राइब हुआ था। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कंपनी को लिस्टिंग पर मजबूत सब्सक्रिप्शन नंबर और कमाई पर मैनेजमेंट के पॉजिटिव आउटलुक से मदद मिलेगी। इसके अलावा, स्टेबल इक्विटी मार्केट कंडीशन का भी इश्यू को लिस्टिंग डे पर फायदा मिल सकता है।
क्या है एक्सपर्ट्स की राय
पेस 360 के को-फाउंडर अमित गोयल ने कहा, “हमें उम्मीद है कि राशि पेरिफेरल्स आईपीओ की लिस्टिंग अपर प्राइस बैंड पर लगभग 20 फीसदी की लिस्टिंग गेन के साथ 370-380 रुपये के आसपास हो सकती है।” ग्रे मार्केट यह इश्यू आज 13 फरवरी को लगभग 17 फीसदी प्रीमियम पर उपलब्ध है। ग्रे मार्केट लिस्टिंग तक आईपीओ शेयरों में ट्रेडिंग के लिए एक अन-ऑफिशियल प्लेटफॉर्म है।
स्टॉकबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट पार्थ शाह ने कहा, “भारत में उभरती मांग के अंतर को पाटने के लिए राशि पेरिफेरल्स एक पार्टनर के रूप में उभरा है। कंपनी के पास लंबे समय से विकसित कस्टमर बेस है। इसलिए, हमें उम्मीद है कि कंपनी को लंबी अवधि में इस डिमांड से लाभ होगा।”
60 गुना सब्सक्राइब हुआ है Rashi Peripherals का IPO
600 करोड़ रुपये का राशि पेरिफेरल्स का आईपीओ 7-9 फरवरी के दौरान 59.71 गुना सब्सक्राइब हुआ है। सभी कैटेगरी के निवेशकों ने आईपीओ में दिलचस्पी दिखाई है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 143.66 गुना सब्सक्राइब हुआ है। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 62.75 गुना और रिटेल इनवेस्टर्स का हिस्सा 10.44 गुना भरा है।
Rashi Peripherals कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
आईपीओ से प्राप्त फंड में से ₹400 करोड़ का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान के लिए किया जाएगा। वहीं, 200 करोड़ रुपये का उपयोग वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों की फंडिंग के लिए किया जाना है। वोल्राडो और केला कंपनी के एकमात्र पब्लिक शेयरहोल्डर हैं जिनके पास 10.35 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि शेष 89.65 फीसदी शेयर प्रमोटरों के पास हैं।
Rashi Peripherals के बारे में
Rashi Peripherals वित्त वर्ष 2023 में रेवेन्यू और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के मामले में इन्फॉर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (ITC) प्रोडक्ट्स के लिए भारत में ग्लोबल टेक्नोलॉजी ब्रांडों के लीडिंग नेशनल डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर्स में से एक है। FY21-FY23 के दौरान ऑपरेशन से इसका रेवेन्यू 26.32% की CAGR से बढ़कर मार्च FY23 को समाप्त वर्ष में ₹9,454.3 करोड़ हो गया, जबकि सितंबर FY24 को समाप्त छह महीनों में टॉपलाइन ₹ 5,468.5 करोड़ रहा। नवंबर 2023 तक, कंपनी पर कुल बकाया कर्ज ₹1,569.4 करोड़ था।