उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्रीराम लला (Ayodhya Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 11 दिनों में करीब 25 लाख श्रद्धालुओं ने नए मंदिर में भगवान श्रीराम का दर्शन-पूजन किया। इस दौरान भक्तों ने 11 करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया। राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पिछले 11 दिनों में दान पेटियों में करीब 8 करोड़ रुपये जमा हुए हैं, जबकि चेक और ऑनलाइन के जरिए करीब 3.50 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है।
उन्होंने बताया कि भव्य मंदिर के गर्भगृह के सामने चार बड़े आकार की दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें श्रद्धालु राशि जमा कर रहे हैं। इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटरों पर भी लोग दान राशि जमा करते हैं। उन्होंने बताया कि दान काउंटर पर मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी नियुक्त हैं, जो शाम को काउंटर बंद होने के बाद प्राप्त दान राशि का हिसाब ट्रस्ट कार्यालय में जमा करते हैं।
गुप्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि चार दान बक्सों में आए चढ़ावे की गिनती 14 लोगों की एक टीम करती है। उन्होंने कहा कि दानराशि जमा करने से लेकर उसकी गिनती तक सब कुछ CCTV कैमरे की निगरानी में किया जाता है।
संसद में 1 फरवीर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अंतरिम बजट (interim Budget) भाषण में राम मंदिर का उल्लेख किया गया। ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ पर प्रकाश डालते हुए निर्मला सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट भाषण में कहा कि रूफटॉप सोलराइजेशन के माध्यम से 1 करोड़ परिवार हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
सीतारमण ने कहा, “यह योजना अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक दिन पर प्रधानमंत्री के संकल्प का पालन करती है।” दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को एक करोड़ छतों पर सोलर पैनल स्थापित करने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की घोषणा की थी।