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Quant King James Simons Died: नहीं रहे मार्केट की चाल समझने वाले ‘क्वांट किंग’, 86 साल की उम्र में छोड़ी दुनिया

Quant King Died: क्वांट किंग के नाम से मशहूर अरबपति निवेशक, गणितज्ञ और कोल्ड वार कोड-ब्रेकर के साथ-साथ दुनिया के सबसे अधिक मशहूर और मुनाफे वाले हेज फंडों में शुमार रेनेसां टेक (Renaissance Technologies) के फाउंडर जेम्स सिमंस (James Simons) अब नहीं रहे। वह 86 वर्ष के थे। हालांकि उनके मौत की वजह के बारे में सिमंस फाउंडेशन ने कोई खुलासा नहीं किया है। अपने पीछे वह पत्नी, तीन बच्चे, पांच पोते-पोती और एक ग्रेड-ग्रैंडचाइल्ड को पीछे छोड़ गए हैं। वर्ष 2022 में गणित के नोबल ‘Abel Prize’ समारोह में जेम्स ने कहा था कि उन्होंने बहुत गणित लगाई है, बहुत पैसा बनाया और लगभग सारा पैसा दे दिया। उन्होंने आगे कहा कि यही उनके जीवन की कहानी है।

कैसे बने Quant King?

साठ साल पहले जेम्स सिमंस ने अपना रास्ता बदल लिया। उन्होंने गणित पढ़ाने और यूएस इंटेलिजेंस का काम छोड़ दिया और निवेश के फील्ड में आए। निवेश के फील्ड में उन्होंने ट्रेडिंग से जुड़े फैसले लेने के लिए कंप्यूटर सिग्नल्स के इस्तेमाल में महारत हासिल कर ली, जिसके चलते उन्हें क्वांट किंग का निकनेम मिला। वह ऐसे शख्स के रूप में मशहूर थे जो मार्केट को एक कोड के रूप में देखते थे, जिसे हल करना है। वाल स्ट्रीट जर्नल के एक लेखक ग्रेगरी जुकरमैन ने उनके ऊपर 2019 में एक किताब में लिखा, द मैन हू सॉल्व्ड द मार्केट।

एक गणितज्ञ के रूप में वह बड़े-बड़े डेटा पर काम करते थे और खरीदारी और बिकवाली के लिए पैटर्न खोजते थे। उन्होंने 1978 में रेनेसां की शुरुआत की थी। जल्द ही उन्होंने निवेश का एक नया तरीका खोज लिया जिसने क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग की नींव रखी जिसे बाद में कई कंपनियों ने अपनाया। खास बात ये है कि उन्होंने भौतिक विज्ञानियों, गणितज्ञों, खगोल के जानकारों और कंप्यूटर साइंटिस्ट्स को काम पर रखा जिन्हें आमतौर पर फाइनेंस की जानकारी ही नहीं। वर्ष 2007 में न्यूयॉर्क कॉन्फ्रेंस में इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वाल स्ट्रीट से उन्होंने किसी को भी काम पर नहीं रखा।

वाल स्ट्रीट पर सिमंस का काफी सम्मान किया जाता था, लेकिन उनसे थोड़ा डर भी था। इसकी वजह ये है कि रेनेसां के मेडेलियन फंड ने तीन दशकों में सालाना औसतन 60% से अधिक का रिटर्न दिया। सिमंस के तहत यह दुनिया के सबसे सफल हेज फंडों में से एक बन गया। वह 2010 में सीईओ के पद से रिटायर हुए और फिर 2021 में अध्यक्ष पद से हट गए।

लोगों की भलाई के लिए खर्च किए करोड़ों डॉलर

जेम्स सिमंस के बारे में एक्यूआर कैपिटल मैनेजमेंट के मैनेजिंग और फाउंडिंग प्रिंसिपल ने कहा था कि जेम्स सिमन्स चर्चिल के नियम के अपवाद में थे। चर्चिल कहा करते थे कि महान और अच्छा इंसान बहुत कम ही एक होता है यानी कि एक ही इंसान महान भी हो और अच्छा भी, ऐसा बहुत मुश्किल से होता है। फोर्ब्स ने उनकी संपत्ति 3100 करोड़ डॉलर आंकी थी। उन्होंने करोड़ों डॉलर लोगों की भलाई में लगा दिए। ये पैसे उन्होंने मेडिकल और साइंस रिसर्च, टीचिंग और डेमोक्रेटिक कैंडिडेट्स पर खर्च किए थे। सिमंस और उनकी पत्नी मेरिलिन ने सिमंस फाउंडेशन शुरू किया था, जो गणित और बेसिक साइंस में रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों और ऑर्गेनाइजेशंस को सपोर्ट करती है।

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