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Pune Porsche Crash: नाबालिग का ब्लड सैंपल बदलने के लिए डॉक्टरों ने लिए थे ₹3 लाख

Pune Porsche Crash: नाबालिग का ब्लड सैंपल बदलने के लिए डॉक्टरों ने लिए थे ₹3 लाख

Pune Porsche Car Accident Updates: पुणे पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पोर्श कार दुर्घटना में शामिल नाबालिग आरोपी की ब्लड रिपोर्ट के साथ ‘छेड़छाड़’ के आरोप में सरकारी अस्पताल के दो वरिष्ठ डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, नाबालिग का ब्लड सैंपल बदलने के लिए डॉक्टरों ने 3 लाख रुपये लिए थे। पुणे पुलिस की क्राइम ने सोमवार (27 मई) को शहर के कल्याणी नगर में एक कार दुर्घटना में शामिल किशोर चालक के ब्लड सैंपल को कथित तौर पर बदलने के लिए डॉक्टरों को दिए गए 3 लाख रुपये बरामद किए। इस दुर्घटना में 19 मई को दो मोटरसाइकिल सवार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत हो गई थी।

यरवदा पुलिस स्टेशन की टीम ने फॉरेंसिक टीम के प्रमुख डॉ. अजय तावड़े और सरकारी ससून अस्पताल के ब्लड बैंक से जुड़े डॉ. हरि हरनोर को उनके घरों से गिरफ्तार किया। दोनों पर नाबालिग लड़के के ब्लड सैंपल में हेरफेर करने और गलत रिपोर्ट देने का आरोप है।

सूत्रों का कहना है कि चपरासी अतुल घाटकांबले ने बिचौलिए के रूप में काम किया और किशोर के परिवार से उसने दो डॉक्टरों के लिए 3 लाख रुपये की रिश्वत ली। ससून अस्पताल के डॉ. अजय तावड़े और डॉ. हरि हरनोर को 27 मई को पुणे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी के पिता से फोन पर हुई थी बात

जांच से पता चला है कि डॉ. तावड़े और किशोर आरोपी के पिता ने दुर्घटना के दिन फोन पर बात की थी। पुलिस ने कहा, “किशोर के पिता ने डॉक्टर को बुलाया था और उन्हें ब्लड सैंपल बदलने का प्रलोभन दिया था।” ऐसा पता चला है कि डॉ. तावरे ने नाबालिग के ब्लड सैंपल को एक डॉक्टर के ब्लड सैंपल से बदलने का संकेत दिया है। अधिकारियों ने कहा कि शराब के अंश हटाने के लिए सैंपल की अदला-बदली की गई।

उन्होंने जांच के दौरान कहा, “मैं चुप नहीं रहूंगा। मैं सबका नाम लूंगा।” पुणे के पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में एकत्र किए गए और फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए सैंपल किशोर आरोपी के नहीं थे।

सरकार ने बनाई जांच समिति

महाराष्ट्र सरकार ने पुणे में पोर्श कार दुर्घटना में शामिल किशोर चालक के सैंपल में कथित हेरफेर के मामले में सरकारी ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों और एक कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। सरकार ने आदेश जारी कर ग्रांट मेडिकल कॉलेज और जे जे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की डीन डॉ. पल्लवी सपले को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

अन्य सदस्यों में ग्रांट मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. गजानन चव्हाण और छत्रपति संभाजी नगर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में विशेष कार्य अधिकारी डॉ. सुधीर चौधरी शामिल हैं। समिति मंगलवार को पुणे का दौरा करेगी। आदेश के मुताबिक, प्रशासन ने ससून जनरल अस्पताल के डीन डॉ. विनायक काले को भी जांच में समिति का सहयोग करने का निर्देश दिया है।

क्या है पूरा मामला?

पुणे में 19 मई की तड़के कथित तौर पर 17 वर्षीय लड़के द्वारा चलाई जा रही तेज रफ्तार पोर्श कार ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे दो युवा आईटी पेशेवरों की मौत हो गई। माना जा रहा है कि पोर्शे की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटा से अधिक थी, जिसने उस बाइक को टक्कर मार दी, जिस पर 24 वर्षीय दो इंजीनियर एक पार्टी के बाद घर लौट रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

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