उद्योग/व्यापार

PSU से पिछले साल मिला तगड़ा रिटर्न, क्या अभी भी बचा है दम? एक्सपर्ट ने दी ये राय

देश में लोगों का ध्यान लोकसभा चुनाव 2024 की ओर है। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले ही देश में शेयर बाजार अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच चुका है और ऐसी उम्मीद है कि मार्केट आने वाले वक्त में भी बुलिश बना रहेगा। वहीं शेयर बाजार में कई ऐसी सरकारी कंपनियां भी मौजूद हैं, जिन्होंने पिछले एक साल में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। इसमें कई सरकारी कंपनियों के स्टॉक का दाम तो डबल भी हो चुकी है। ऐसे में क्या अब भी सरकार कंपनियों के स्टॉक में दम बचा है? इसके लेकर एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के डायरेक्टर और सीईओ अजय गर्ग ने अपनी राय दी है। उन्होंने बताया है कि आखिर मौजूदा समय में PSU स्टॉक्स एक बेहतर ऑप्शन हैं या नहीं।

कई गुना बन गई संपत्ति

अजय गर्ग ने बताया कि विशेष रूप से पीएसयू स्टॉक्स ने वित्त वर्ष 2024 में शानदार प्रदर्शन किया है, जिससे निवेशकों के लिए पांच गुना तक संपत्ति बन गई है। चूंकि पीएसयू स्टॉक सरकारी स्वामित्व और समर्थन के कारण अपनी स्थिरता के लिए जाने जाते हैं, यह एक प्रमुख पॉजिटिव कारण हो सकता है। खासकर अस्थिर बाजार स्थितियों के दौरान निवेशक इस सेगमेंट को पसंद करते हैं।

रिसर्च जरूरी

अजय गर्ग का कहना है कि भारत सरकार ने हाल ही में पीएसयू कंपनियों के लिए डिविडेंड नीतियों को अनिवार्य कर दिया है, जिससे वे इनकम चाहने वाले निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक बन गई हैं। हालांकि, उच्च गुणवत्ता वाले पीएसयू शेयरों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। सभी सार्वजनिक उपक्रम समान नहीं बनाए गए हैं। इंवेस्टमेंट संबंधी फैसला लेने के लिए व्यक्तिगत कंपनियों की वित्तीय स्थिति और फ्यूचर की संभावनाओं पर सावधानीपूर्वक रिसर्च करना जरूरी है।

स्टॉक्स पर होमवर्क जरूरी

अजय गर्ग ने बताया कि इंवेस्टमेंट करने से पहले किसी को स्टॉक्स पर जरूरी होमवर्क करने और भीड़ के पीछे चलने के बजाय फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयरों में इंवेस्टमेंट करने की आवश्यकता है। हालांकि पीएसयू स्टॉक शॉर्ट टर्म में विस्फोटक मुनाफा नहीं दे सकते हैं, लेकिन वे अक्सर लॉन्ग टर्म में बेहतरीन प्रॉफिट दे सकते हैं। इसलिए इंवेस्टर्स PSU सेगमेंट में क्रमबद्ध तरीके से एंट्री करें और मिल से लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट का इरादा बनाए रखें।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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