लोकसभा चुनाव 2024 के बीच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की चर्चा जोरों पर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत भाजपा के सभी दिग्गज नेता एक सुर में पीओके को भारत का अटूट हिस्सा बता रहे हैं। भाजपा पूरे चुनाव में लोगों से 400 पार सीटें मांग रही हैं। ऐसे समय में सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने के लिए 400 सीटों की ही जरूरत क्यों है? ये काम बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों के साथ ही क्यों नहीं हो सकता? अब इस सवाल का जवाब भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने दिया है।
क्यों चाहिए 400 सीटें?
पीओके को वापस लेने के लिए 400 सीटों की जरूरत के सवाल पर हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि सिर्फ 272 सीटों के साथ यह संभव नहीं है। तब बहुत सारे ऐसे लोग होंगे जो कहेंगे कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, उन्होंने चूड़ियाँ नहीं पहनी हैं वगैरह। हिमंत ने कहा कि हमारी संसद में पाकिस्तान के बहुत सारे दोस्त होंगे। इसलिए पीओके के भारत में विलय के लिए एक निर्णायक नेता और दृढ़ संसद जरूरी है।
पूरा जम्मू-कश्मीर हमारा है- हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि भारत के संविधान के अनुसार, पूरा जम्मू-कश्मीर हमारा है। पूरे जम्मू-कश्मीर को भारत में लाना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है और उस ज़िम्मेदारी को पूरा करने के लिए हमें 400 सीटें चाहिए। देश में समान नागरिक संहिता लाना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है और इसके लिए हमें 400 से अधिक सीटों की जरूरत है।
PoK भारत का हिस्सा है- अमित शाह
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा था कि PoK भारत का हिस्सा है और इस पर हमारा अधिकार है, इसको कोई झुठला नहीं सकता। फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेता आज कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। PoK की मांग न करिए। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा। राहुल गांधी को बताना चाहिए कि पाकिस्तान के सम्मान की बात करके उनकी पार्टी के लोग क्या कहना चाहते हैं?
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