पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) की इंडिपेंडेंट डायरेक्टर मंजू अग्रवाल ने बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। पेटीएम बैंक के खिलाफ रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद उन्होंने यह फैसला किया। अग्रवाल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुकी हैं। वह मई 2021 से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड में थीं।
रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कई सारी पाबंदियां लगाने का ऐलान किया था, जिनमें 29 फरवरी के बाद फ्रेश डिपॉजिट और क्रेडिट ट्रांजैक्शन पर भी रोक लगाई गई थी। रेगुलेटर को बैंक की केवाईसी (KYC) प्रोसेस में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं की शिकायत मिली थी। रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी जांच में पाया कि कई मामलों में 1,0000 ग्राहकों के खाते में एक ही पैन नंबर लिंक किया गया था। इसके अलावा, कई ट्रांजैक्शंस की वैल्यू करोड़ों रुपये में थी, रेगुलेटरी सीमाओं से काफी ज्यादा थी। इससे मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर चिंताएं पैदा हो गई थीं।
बैंकिंग रेगुलेटर को बड़ी संख्या में डॉरमेंट खाते भी मिले थे। इसके अलावा, बैंक की केवाईसी प्रोसेस और ट्रांजैक्शन निगरानी सिस्टम में गड़बड़ियों की वजह से भी मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर चिंताएं पैदा हो गई थीं। रिजर्व बैंक ने सभी अधूरे ट्रांजैक्शंस और नोडल अकाउंट्स को निपटाने के लिए पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च तक का समय दिया है।
रिजर्व बैंक का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा नियमों का पालन नहीं किए जाने की वजह से रिजर्व बैंक को उस पर तमाम पाबंदियां लगाने को मजबूर होना पड़ा। मनीकंट्रोल ने 6 फरवरी को खबर दी थी कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के वाकये से बाकी पेमेंट्स बैंक अपने ऑपरेशन में सावधानी बरत सकते हैं।