आज का दिन कई शेयरों के लिए खास रहा है। इनमें Yes Bank, Paytm, HDFC Bank और Jio Financials के स्टॉक्स शामिल हैं। आज इन सब शेयरों के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग अपडेट बताएंगे ताकि आप आगे के लिए सही स्ट्रैटेजी बना सकें। जैसे Yes Bank में क्यों ड्रीम रैली आई है। पेटीएम के शेयरों में तेजी क्यों लौटी। जियो फाइनेंशियल्स के शेयर क्यों गिरे। साथ ही जानेंगे कि TCS के लिए आज का दिन क्यों खास है।
तो सबसे पहले Yes Bank की बात कर लेते हैं। निवेशक 2020 से ही इस शेयर में तेजी लौटने का इंतजार कर रहे हैं. और आज जब एक झटके में इसके शेयर 11 फीसदी तक बढ़ गए तो निवेशकों के मन में पहला सवाल ये था कि आखिर इस तेजी की वजह क्या है और ये कब तक जारी रहेगी। आज सुबह स्टॉक एक्सचेंज ने बताया कि HDFC Bank अब Yes Bank में अपनी हिस्सेदारी 3 फीसदी से बढ़ाकर 9.50 फीसदी करने वाला है। इसके लिए उसे RBI से भी मंजूरी मिल गई है। HDFC Bank अगर अगले एक साल के भीतर Yes bank के शेयरों में हिस्सेदारी नहीं लेती है तो उसे फिर से मंजूरी लेनी होगी।
Paytm के शेयरों में क्यों आई तेजी?
अब बात करते हैं Paytm की। लगातार तीन दिन लोअर सर्किट लगने के बाद आज 6 फरवरी को Paytm के शेयर 3.26 फीसदी की तेजी के साथ 452.80 रुपए पर बंद हुए हैं। तीन दिन 50 पर्सेंट गिरना किसी भी शेयर के लिए बुरे सपने से कम नहीं है। दो दिन तक 20-20% का लोअर सर्किट लगने के बाद इसका सर्किट फिल्टर घटाकर 10 फीसदी कर दिया गया और 5 फरवरी को इसमें 10% का लोअर सर्किट लगा. निवेशकों को लग रहा था कि अब लोअर सर्किट का सिलसिला थमेगा नहीं लेकिन 6 फरवरी को Paytm के शेयरों ने यूटर्न ले लिया और कारोबार के अंत में 3.26 फीसदी तेजी के साथ 452.80 पैसे पर बंद हुआ।
आज की तेजी के बाद आप ये जरूर सोच रहे होंगे कि Suddenly ऐसा क्या हुआ कि Paytm में खरीदारी शुरू हो गई। दरअसर Paytm payments bank ने कुछ ऐसा कहा जिसके बाद लगता है कि RBI के साथ यह अपना मसला सुलझा लेगी। Paytm Payments Bank ने कहा है कि वह RBI के शर्तों को पूरा करने की कोशिश करेगी और उसके फैसलों को चैलेंज नहीं करने वाली है।
आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ सख्त कदम उठाए थे। Paytm Payments Bank पर आरबीआई के नियमों का पालन नहीं करने और बार-बार बताने के बावजूद कंप्लायंस में ढिलाई करने का आरोप है। इससे नाराज होकर आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए डिपॉजिट लेने, ट्रांजेक्शंस, कस्टमर अकाउंट में टॉप-अप, वॉलेट, फास्टैग, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, NCMC कार्ड्स जैसी सर्विस रोकने को कहा है।
वैसे कानून के जानकारों का कहना है कि Paytm के पास आरबीआई के फैसलों के खिलाफ हाई कोर्ट जाने का रास्ता है। लेकिन वो इस रास्ते पर आगे नहीं बढ़ना चाहती, मतलब अब वह सुलह करने के मूड में है। इस मामले में मनीकंट्रोल ने जब पेटीएम से पूछा कि क्या वह कानूनी रास्ता लेगी. तो कंपनी ने कहा, “हम कानूनी रास्ते या हाई कोर्ट में आरबीआई के फैसले के खिलाफ याचिका दाखिल करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं।” ऐसे में जब निवेशकों पेटीएम का संकट खत्म होता नजर आया तो खरीदारी शुरू हो गई।
इसी बीच एक ऐसी खबर आई जिसकी वजह से आज जियो फाइनेंशियल्स के शेयर गिर गए। एक दिन पहले 5 फरवरी को जियो फाइनेंशियल्स के शेयरों में 14 फीसदी की रैली आई थी। तब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का ये दावा था कि जियो फाइनेंशियल्स मुश्किल में घिरी पेटीएम के वॉलेट बिजनेस को खरीद सकती है। लेकिन अब कंपनी ने साफ कर दिया है कि वह पेटीएम का वॉलेट बिजनेस नहीं खरीदने वाली है।
खुद पेटीएम ने एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया कि न तो पेटीएम और न ही इसकी एसोसिएट कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक जियो फाइनेंशियल सर्विसेज से कोई बात कर रही है। बस इस खबर की जानकारी मिलते ही जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर 6 फरवरी को 6.54 फीसदी गिरकर 270.20 पैसे पर बंद हुए।
अब अंत में बताते हैं कि TCS के लिए आज का दिन क्यों खास रहा। टाटा ग्रुप की कंपनी TCS का मार्केट कैप पहली बार 15 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। NSE पर TCS के शेयर करीब 4 फीसदी बढ़कर 4129 रुपए पर बंद हुए। TCS की बदौलत आज टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया। इसमें टाटा ग्रुप के जिन शेयरों की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है उनमें TCS, टाटा मोटर्स, टाटा पावर, इंडियन होटल्स शामिल हैं।