संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है। संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले के बाद पूरा देश दहला हुआ था। इस मामले की जांच में दिल्ली पुलिस लगातार जुटी हुई थी। जांच में रोजाना नए खुलासे सामने आ रहे हैं। नहीं विपक्ष ने भी इस मामले पर राजनीति की शुरुआत कर दी है और दोनों सदनों में गृहमंत्री से जवाब देने की मांग की गई है।
संसद में हुई घटना के कई दिनों के बाद इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बयान सामने आ गया है। एक अखबार को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद में सुरक्षा में चूक होना बेहद चिंताजनक मुद्दा है। इस घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए और इस पर राजनीति करने से बचना चाहिए। इस मामले पर टीका टिप्पणी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संसद में जो घटना हुई है उसे कम गंभीरता से नहीं आंकना चाहिए। स्पीकर महोदय इस घटना के बाद गंभीरता के साथ कदम उठा रहे है। जांच एजेंसियां भी सख्ती के साथ जांच करने में जुटी हुई है। इस घटना के बाद ये जानना बेहद जरुरी है कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे जो तत्व हैं वो कौन हैं और उनके मंसूबे क्या थे। इस पूरी घटना की गहराई में जाना आवश्यक है। इस मामले पर आरोप नहीं लगाने चाहिए।
बता दें कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक का मामला सामने आने के बाद से ही सरकार पर विपक्षी दल लगातार हमलावार बने हुए है। इस मामले के बाद दो दिनों तक सदन की कार्रवाई भी नहीं चल सकी थी। विपक्षी दलों ने मांग उठाई है कि इस मामले के बाद सबसे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दोनों सदनों में बयान देना चाहिए। इसके बाद संसद में सुरक्षा को लेकर भी चर्चा होनी चाहिए।
गौरतलब है कि संसद में 13 दिसंबर को हुए संसद पर हमले की बरसी के दौरान सूरक्षा में चूक का मामला देखने को मिला है। यहां दो लोग संसद में घुसे थे। विजिटर पास हासिल करने वाले दोनों युवकों ने विजिटर्स गैलरी से नीचू कूदकर सदन में जगह बनाई थी। दोनों के जूतों में स्मोक गैस के कैनिस्टर रखे हुए थे, जिसका उपयोग दोनों ने सदन में धुआं करने के लिए किया था। दोनों आरोपियों की पहचान लखनऊ निवासी सागर शर्मा और मैसूर निवासी मनोरंजन डी के तौर पर हुई है।