भारत सरकार ने नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL) के माध्यम से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बांग्लादेश को 64,400 टन प्याज के निर्यात (Onion Exports) की अनुमति दे दी है। वाणिज्य मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, बांग्लादेश को जहां 50,000 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी गई है। वहीं संयुक्त अरब अमीरात को 14,400 टन प्याज का निर्यात किया जाएगा। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय ने इस बारे में 3 मार्च को एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की थी।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक अधिसूचना में कहा, “नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के माध्यम से संयुक्त अरब अमीरात को तिमाही 3,600 टन की सीमा के साथ 14,400 टन प्याज का निर्यात अधिसूचित किया गया है।” DGFT वाणिज्य मंत्रालय की इकाई है, जो आयात और निर्यात से संबंधित मानदंड को देखती है।
बांग्लादेश को निर्यात के बारे में कहा गया है कि इसका तौर-तरीका NCEL उपभोक्ता मामलों के विभाग के साथ विचार-विमर्श में तय करेगा। हालांकि, प्याज के निर्यात पर अभी प्रतिबंध है लेकिन सरकार कुछ मित्र देशों को एक निश्चित मात्रा में इसके निर्यात की अनुमति देती है। इस निर्यात की अनुमति सरकार द्वारा अन्य देशों से मिले अनुरोधों के आधार पर दी जाती है।
31 मार्च तक निर्यात पर लगा था बैन
पिछले साल 8 दिसंबर को सरकार ने घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के मकसद से इस साल 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले केंद्र ने अक्टूबर, 2023 में उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खुदरा बाजार में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बफर स्टॉक के प्याज की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया था।
कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार पहले भी कई कदम उठा चुकी है। सरकार ने 28 अक्टूबर को 31 दिसंबर, 2023 तक प्याज निर्यात पर 800 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) लगाया था। अगस्त में भारत ने प्याज पर 31 दिसंबर, 2023 तक 40 प्रतिशत का निर्यात शुल्क लगाया था.
चालू वित्त वर्ष में एक अप्रैल, 2023 से 4 अगस्त, 2023 के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया। मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं।