Loksabha Elections 2024: BJP ने 13 मार्च को कर्नाटक की लोकसभा की 20 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। इनमें यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार (YKC) का नाम भी है। वह मैसूर शाही परिवार के प्रमुख है। भाजपा ने उन्हें मैसूर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। अभी इस सीट से प्रताप सिम्हा सांसद हैं। लेकिन, भाजपा ने उनका टिकट काट दिया है। यदुवीर को टिकट देकर भाजपा ने कर्नाटक में बड़ा दांव खेला है। हालांकि, मैसूर के शाही परिवार का नाता राजनीति से रह चुका है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
इससे पहले मैसूर के शाही परिवार के श्रीकांतदत्त नरसिम्हराजा (SDNR) वाडियार 1984 से 2004 के बीच BJP और Congress के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने पांच बार चुनाव लड़ा था। इनमें से चार बार उनकी जीत हुई थी। भाजाप के टिकट पर उन्होंने एक बार चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी हार हुई थी। श्रीकांत नरसिम्हराजा वाडियार के 2013 में निधन के बाद प्रमोद देवी वाडियार ने यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार को गोद लिया था।
Loksabha Elections 2024: 23 साल की उम्र में 2015 में उन्हें 600 साल पुराने वाडियार राजवंश के नए महाराजा का ताज पहनाया गया था। सूत्रों ने बताया कि बीजेपी कुछ समय से यदुवीर को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कोशिश कर रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार मैसूर में शाही परिवार के सदस्यों से मिल चुके हैं। पिछले साल कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने भी शाही परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी।
सूत्रों ने बताया कि यदुवीर को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मनाने के वास्ते बीजेपी ने उनके श्वसुर और राजस्थान के भाजपा नेता हर्षवर्द्धन सिंह की मदद ली। सिंह का संबंध डूंगरपुर शाही परिवार से है। भाजपा का मानना है कि यदुवीर के जरिए उसे मैसूर इलाके में पैर जमाने का मौका मिल सकता है। यह इलाका कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। यह कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का गृह जिला भी है।