बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद और चार अन्य के खिलाफ रविवार को सीतापुर में एक चुनावी रैली के दौरान कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक आनंद ने रविवार को सीतापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार की तुलना कथित रूप से तालिबान से की थी। उन्होंने कहा, “यह उत्तर प्रदेश सरकार बुलडोजर सरकार और देशद्रोहियों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और अपने बुजुर्गों को गुलाम बनाती है, वो आतंकवादी सरकार है। अफगानिस्तान में तालिबान ऐसी सरकार चलाता है।”
उत्तर प्रदेश क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आकाश आनंद (Akash Anand) ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है। आनंद ने रैली में कहा कि भाजपा चोरों की पार्टी है, जिसने इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) के जरिए 16,000 करोड़ रुपए हड़प लिए।
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने बताया कि आनंद, पार्टी उम्मीदवार महेंद्र यादव, श्याम अवस्थी, अक्षय कालरा और रैली के आयोजक विकास राजवंशी के खिलाफ धाराओं 171 सी (चुनावों पर अनुचित प्रभाव), 153 बी (राष्ट्रीय-एकीकरण के लिए हानिकारक आरोप, दावे), 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 (चुनाव के सिलसिले में वर्गों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
SP ने बताया कि रैली के दौरान हिंसा भड़काने और असंसदीय भाषा वाले भाषण दिए गए और यह आचार संहिता का उल्लंघन है, इसलिए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीतापुर में 13 मई को लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के चौथे चरण में मतदान होगा।
इस बीच, बीजेपी ने आकाश आनंद पर सीतापुर रैली में उनकी टिप्पणी के लिए निशाना साधा है और कहा है कि यह ‘उन्हें महंगा पड़ेगा।’