Lok Sabha Elections 2024 Phase 2 Voting: 13 राज्यों की कुल 88 संसदीय सीटों पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने दूसरे चरण में चुनाव लड़ रहे 1,192 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है। 1,192 उम्मीदवारों में से 250 (21%) उम्मीदवारों ने घोषित किया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे चरण के चुनाव मैदान में कुल 167 (14%) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, और केरल के तीन उम्मीदवारों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कम से कम 32 उम्मीदवारों ने घोषित किया कि उन्हें मुकदमों में दोषी साबित किया गया है। तीन उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या और 24 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।
BJP के दो उम्मीदवारों के खिलाफ सबसे ज्यादा केस
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दूसरे चरण में अपने खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले घोषित करने वाले टॉप तीन उम्मीदवारों में से दो बीजेपी से हैं और एक कांग्रेस का है। पहले नंबर पर केरल के वायनाड से बीजेपी उम्मीदवार के सुरेंद्रन का नाम हैं। उनके खिलाफ कुल 243 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें से 139 गंभीर केस हैं।
लिस्ट में दूसरा नाम केरल के एर्नाकुलम से BJP उम्मीदवार डॉ. केएस राधाकृष्णन का है, जिनके खिलाफ 211 अपराधिक मामले हैं और इनमें से पांच गंभीर अपराध के मुकदमे हैं। इसी तीसरा नाम केरल के इडुक्की से कांग्रेस उम्मीदवार डीन कुरियाकोस है। उनके खिलाफ 88 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें से 23 गंभीर मामले हैं।
उम्मीदवारों के खिलाफ रेप और महिला उत्पीड़न के केस दर्ज
25 उम्मीदवारों पर महिला उत्पीड़न के मामले हैं और एक उम्मीदवार पर बलात्कार का आरोप लगाया गया है। 21 उम्मीदवारों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं। केरल के वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्रन पर 243 मामले दर्ज हैं।
250 उम्मीदवारों पर आपराधिक आरोप हैं, जबकि 167 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। 21 उम्मीदवारों पर भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज है।
कांग्रेस के 68 में से 35 (51%) और बीजेपी के 69 में से 31 (45%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं। CPI के पांच उम्मीदवार में से सभी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। समाजवादी पार्टी के चार में से चार (100%), CPIM(M) के 18 में से 14 (78%), शिव सेना के तीन में से दो (67%), शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के चार में से दो (50%), और JDU के पांच में से दो (40%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले हैं।