लोकसभा चुनावों में अब तक दो चरणों की वोटिंग हो चुकी है। 2019 के मुकाबले इन दोनों चरणों में 8.7 लाख ज्यादा वोटर्स ने मतदान किए हैं। यह पिछले बार के लोकसभा चुनावों के मुकाबले 0.4 फीसदी ज्यादा है। एसबाई रिसर्च की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। यह रिपोर्ट 6 मई को आई है। एसबीआई रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में कम वोटिंग का लगाया जा रहा अनुमान सही नहीं है। उसने कहा है कि 2019 की तुलना में इस बार वोटर्स की संख्या में अच्छी वृद्धि हुई है।
एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में वोटर टर्नआउट रेशियो में गिरावट दिखी है। लेकिन, फीसदी में 2019 से तुलना करने पर कुल वोटर्स की संख्या में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है। एसबीआई रिसर्च की यह रिपोर्ट चुनाव आयोग के पहले और दूसरे चरण में वोटिंग के डेटा जारी करने के एक दिन बाद आई है। इसके मुताबिक, पहले चरण में 66.1 फीसदी और दूसरे चरण में 66.7 फीसदी वोटिंग हुई। 2019 में यह आंकड़ा 69.4 फीसदी और 69.2 फीसदी था। इसका मतलब है कि फीसदी में यह पहले चरण में 3.3 फीसदी और दूसरे चरण में 2.5 फीसदी गिरावट है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रोविजनली 2024 में 20.7 फीसदी वोटर्स ने मतदान किए हैं। 2019 में 20.6 फीसदी वोटर्स ने वोट दिए थे। इस तरह इस बार वोटर्स की संख्या 8.7 लाख ज्यादा है। इस एनालिसिस में यह भी बताया गया है कि अब तक जितने निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ है, उनमें से 60 फीसदी में फीसदी के लिहाज से या तो ज्यादा वोटिंग हुई है या डेटा पिछली बार जितना रहा है।
लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होने वाली है। सात चरणों की वोटिंग के बाद मतों की गिनती 4 जून को होगी। इस बार लोकसभा चुनावों के साथ चार राज्यों की विधानसभाओं के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। इनमें आंध्र प्रदेश और ओडिशा शामिल है।