Lok Sabha Elections 2024: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि उनकी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पार्टी अपने राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उनके इस ऐलान के बाद विपक्ष के I.N.D.I.A गठबंधन की BJP को टक्कर देना का सपना अब टूटता दिखाई पड़ रहा है। इसमें सबसे बड़ा झटका कांग्रेस (Congress) को लगा है, क्योंकि उसके और TMC के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बन पाई। TMC सूत्रों ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस ने बातचीत में देरी की और जमीनी हकीकत को स्वीकार किए बिना सीट बंटवारे पर अनुचित मांग की।
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) “बैक-चैनल” बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी समझौते पर पहुंचने की शायद ही कोई उम्मीद बची है। ये कहते हुए कि TMC ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो लोकसभा सीट ऑफर की थी, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह तीसरी सीट पर चर्चा के लिए तैयार है, बशर्ते कांग्रेस मेघालय और असम में TMC को सीटें देने पर सहमत हो।
‘जमीनी हकीकत को नहीं समझ रही कांग्रेस’
TMC नेता ने कांग्रेस पर सीट-बंटवारे की चर्चा में “अनुचित देरी” करने का आरोप लगाया और कहा कि पिछले दो हफ्तों में कोई बातचीत नहीं हुई है। नेता ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस बंगाल की जमीनी हकीकत को स्वीकार किए बिना सीटों की संख्या के मामले में गलत मांग कर रही है।
TMC ने पिछले चुनावों के नतीजों के आधार पर सीट बंटवारे का फैसला करने का एक फॉर्मूला दिया था और पार्टी ने कांग्रेस को जो पेशकश की थी, वो उसी मानदंड पर आधारित थी।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के बयानों से भी काफी नुकसान हुआ, जिन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को ‘अवसरवादी’ कहा था और यह भी कहा था कि कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
हालांकि, TMC ने I.N.D.I.A. गुट से बाहर निकलने की घोषणा नहीं की है, लेकिन नेता ने कहा कि राज्य में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे की संभावना बहुत कम है।
TMC कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को भी छोड़ रही है, जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के भी इसमें शामिल होने की संभावना है। टीएमसी के एक सूत्र ने दावा किया कि उन्हें यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस की तरफ से आमंत्रित नहीं किया गया था।
I.N.D.I.A ब्लॉक को बुधवार को दोहरे झटके लगे, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भगवंत मान ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपने-अपने राज्यों पश्चिम बंगाल और पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस और TMC के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के बीच बनर्जी ने कहा, “मैंने उन्हें (कांग्रेस को) एक प्रस्ताव (सीट बंटवारे पर) दिया था, लेकिन उन्होंने शुरू में ही इसे अस्वीकार कर दिया। हमारी पार्टी ने अब बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सीएम ने यह भी कहा कि उन्होंने सीट बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस में किसी से बात नहीं की है।