लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण के लिए प्रचार गुरुवार, 30 मई को समाप्त हो गया। शीर्ष राजनीतिक दलों के नेताओं ने अंतिम समय में रैलियों के साथ अपने प्रयास तेज कर दिए थे। सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के 57 संसदीय क्षेत्रों में 1 जून को मतदान होगा। इस चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश और पंजाब में तेरह-तेरह, पश्चिम बंगाल में नौ, बिहार में आठ, ओडिशा में छह, हिमाचल प्रदेश में चार, झारखंड में तीन और चंडीगढ़ में एक सीट पर एक जून को मतदान होना था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार मैदान में हैं।
इसके अलावा, ओडिशा की 42 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव होंगे। वोटों की गिनती 4 जून को होनी थी। देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 486 सीट पर मतदान हो चुका है। पहले छह चरणों में मतदान क्रमश: 66.14 प्रतिशत, 66.71, 65.68, 69.16, 62.2 और 63.36 फीसदी रहा। मतों की गिनती चार जून को होगी। चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर भ्रष्ट, हिंदू विरोधी होने, तुष्टीकरण और वंशवादी राजनीति में संलिप्त होने जैसे आरोप लगाये। विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि भाजपा किसान विरोधी, युवा विरोधी है और चुनाव जीतने पर संविधान को बदल देगी तथा उसे खत्म कर देगी।
मोदी बृहस्पतिवार शाम को कन्याकुमारी के लिए रवाना हुए, जहां वह एक जून तक स्वामी विवेकानंद के स्मारक पर ध्यान करेंगे। 16 मार्च को निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित करने के बाद से मोदी ने रैलियों और रोड शो सहित 206 जनसंपर्क कार्यक्रम किए हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सत्ता में है जहां ‘इंडिया’ में शामिल ‘आप’ और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इस राज्य में प्रचार के लिए मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री समेत भाजपा के वरिष्ठ नेता पहुंचे। कांग्रेस की ओर से खरगे और पार्टी नेताओं राहुल गांधी तथा प्रियंका गांधी वाद्रा ने प्रचार अभियान का नेतृत्व किया।