देश के 13 राज्यों में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन की परफॉर्मेंस पहले से बेहतर होने की संभावना नहीं है। यहां तक कि एनडीए को इस बार के चुनाव में कुछ सीटें गंवानी भी पड़ सकती हैं। चुनाव विश्लेषक और एक्सिस माय इंडिया (Axis My India) के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप गुप्ता ने यह अनुमान पेश किया है। उनके मुताबिक, यहां तक कि उसे कुछ सीटें गंवानी भी पड़ सकती है।
2019 के लोकसभा चुनावों में एनडीए को 352 सीटों पर जीत मिली थी। इसका मतलब यह है कि एनडीए को 400 सीटों का आंकड़ा पार करने के लिए और 48 सीटों की जरूरत होगी। बीजेपी ने दावा किया है कि वह इस बार 400 सीटों की जीत के साथ सत्ता में वापस लौटेगी। यह चुनाव विश्लेषक पहले भी कई विधानसभा चुनावों के नतीजों की भविष्यवाणी कर चुके हैं। उनकी फर्म ने मई 2023 में भविष्यवाणी की थी कि उनकी पार्टी को कर्नाटक में स्पष्ट बनहुमत मिलेगा।
गुप्ता ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा कि 13 राज्यों में लोकसभा की कुल 257 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में एनडीए ने इनमें से कुल 238 सीटों पर जीत हासिल की थी। इन राज्यों मे महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा और कुछ केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान इन राज्यों में एनडीए का स्ट्राइक रेट यानी जीतने का प्रतिशत 93 पर्सेंट था। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनावों की बात की जाए, तो सत्ताधारी गठबंधन को पहले से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना नहीं के बराबर है और उसकी सीट कम भी हो सकती हैं। 400 का आंकड़ा पार करने के लिए एनडीए गठबंधन को कम से कम अपनी मौजूदा स्थिति बरकरार रखनी होगी।’ चुनाव विश्लेषक का कहना था कि महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक और दिल्ली के राजनीतिक माहौल में बदलाव हुआ है। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं, जो उत्तर प्रदेश के बाद सबसे सबसे ज्यादा है।
कहां है सीटें बढ़ने की गुंजाइश
उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, असम और 7 उत्तर-पूर्व राज्यों की कुल 185 सीटें में एनडीए को 109 सीटें मिली थीं और उन्हें 60% सफलता मिली थी। गुप्ता ने कहा, ‘ इन राज्यों में बीजेपी की सीटें बढ़ सकती हैं।’