एक स्टार्टअप ने 200 लोगों के अपने पूरे स्टाफ को 2 मिनट की गूगल मीट कॉल पर एक झटके में निकाल दिया। यह वाकया है फ्रंटडेस्क (Frontdesk) का। प्रॉपर्टी टेक्नोलॉजी स्टार्टअप फ्रंटडेस्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में 1000 से अधिक फर्निश्ड अपार्टमेंट्स को मैनेज करता है। यह यात्रियों को अस्थायी घर की सुविधा प्रदान करता है। टेकक्रंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अतिरिक्त फंडिंग हासिल करने में असफल रहने के बाद फ्रंटडेस्क ने 200 लोगों की पूरी वर्कफोर्स को नौकरी से निकाल दिया। ऐसा केवल 2 मिनट की वर्चुअल मीटिंग के दौरान हो गया। इस मीटिंग में CEO, Jesse DePinto ने कर्मचारियों को छंटनी के बारे में बताया।
इसके साथ ही फ्रंटडेस्क, साल 2024 में छंटनी करने वाला पहला स्टार्टअप बन गया है। 7 माह पहले ही इस स्टार्टअप ने अपने छोटे प्रतिद्वंद्वी Zencity को खरीदा था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रंटडेस्क 170 बिल्डिंग्स में 1200 यूनिट्स के साथ 30 अमेरिकी बाजारों में ऑपरेशनल है।
2017 में स्थापित फ्रंटडेस्क ने जेटब्लू वेंचर्स, वेरिटास इनवेस्टमेंट्स और सैंड हिल एंजेल्स जैसे निवेशकों से लगभग 2.6 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई थी। कहा जा रहा है कि छंटनी से फुल टाइम के साथ-साथ पार्ट टाइम वर्कर्स और कॉन्ट्रैक्टर्स भी प्रभावित हुए हैं। CEO ने घोषणा की है कि स्टार्टअप, बैंकरप्सी के विकल्प के तौर पर स्टेट रिसीवरशिप के लिए आवेदन करेगा।
2 साल में 4.25 लाख लोगों की हुई छंटनी
न्यूज एजेंसी IANS की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में स्टार्टअप्स सहित टेक कंपनियों ने पिछले दो वर्षों में 425,000 से अधिक कर्मचारियों को निकाला। इसी अवधि में भारत में 36,000 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया। 2023 में ग्लोबल टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप सेक्टर में लगभग 2.6 लाख कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया।