उद्योग/व्यापार

Kronox Lab Sciences ने फिर से फाइल किए IPO पेपर, अब रहेगा केवल OFS; फ्रेश इश्यू हटाया

गुजरात की क्रोनॉक्स लैब साइंसेज ने एक बार फिर मार्केट रेगुलेटर सेबी को आईपीओ पेपर जमा किए हें। इस बार के ड्राफ्ट प्रॉसपेक्ट्स में कंपनी ने केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) रखा है। ओएफएस के तहत प्रमोटर्स केवल 96 लाख इक्विटी शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे। प्रमोटर जोगिंदरसिंह जसवाल, केतन रमानी और प्रीतेश रमानी ओएफएस में 32-32 लाख शेयर बेचेंगे। इससे पहले क्रोनॉक्स लैब साइंसेज ने 24 नवंबर, 2023 को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था। उस ड्राफ्ट पेपर के अनुसार, आईपीओ के तहत 45 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होने थे और प्रमोटर्स की ओर से 78 लाख इक्विटी शेयरों को OFS के जरिए बिक्री के लिए रखा जाना था।

पहले तीनों प्रमोटर्स में से हर एक ने 26 लाख इक्विटी शेयर बेचने की योजना बनाई थी। कंपनी का प्लान नए शेयरों को जारी कर आए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करने का था।

नए आईपीओ पेपर्स के अनुसार अब आईपीओ में केवल ओएफएस है तो आईपीओ से हुई कमाई में से आईपीओ खर्च निकालने के बाद बचा सारा पैसा, शेयर बिक्री करने वाले प्रमोटर्स के पास जाएगा। क्रोनॉक्स लैब साइंसेज में वर्तमान में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है। जोगिंदर सिंह जसवाल और केतन रमानी के पास 34.99 प्रतिशत शेयर हैं, और प्रीतेश रमानी के पास कंपनी में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

20 से अधिक देशों में प्रोडक्ट सप्लाई

क्रोनॉक्स लैब साइंसेज, हाई प्योरिटी स्पेशिएलिटी फाइन केमिकल्स बनाती है। इन केमिकल्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से फार्मास्युटिकल, एग्रोकेमिकल, मेटल रिफाइनरीज, पर्सनल केयर और पशु स्वास्थ्य उत्पाद बनाने वाली कंपनियां करती हैं। इसके फॉस्फेट, सल्फेट, एसीटेट, क्लोराइड, साइट्रेट, नाइट्रेट, नाइट्राइट, कार्बोनेट, ईडीटीए डेरिवेटिव, हाइड्रॉक्साइड, सक्सिनेट और ग्लूकोनेट सहित 185 से अधिक प्रोडक्ट हैं, जो भारत और वैश्विक स्तर पर 20 से अधिक देशों में ग्राहकों को सप्लाई किए जाते हैं।

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