IT Stocks: यूएस फेड के फैसले के बाद आज शेयर बाजार फिर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। सबसे अधिक तेजी दिखी आईटी शेयरों में, जो पिछले साल-डेढ़ साल से सुस्त पड़े थे। निफ्टी आईटी इंडेक्स तो 3% से अधिक चढ़कर बंद हुआ। एनालिस्ट भी अब आईटी शेयर पर बुलिश हो गए हैं। सबका एक सुर में कहना है कि आईटी शेयरों का खरीदने का समय अब आ गया है। आखिर ऐसा क्या हुआ, जो आईटी शेयर रातोंरात अब सबके फेवरेट बन गए हैं?
US फेड का फैसला बना बड़ी वजह
आईटी शेयरों की मांग बढ़ी है यूएस फेड (US Fed) के फैसले से। यूएस फेड ने बुधवार देर रात को लगातार तीसरी बार ब्याज दरें नहीं बढ़ाने का फैसला किया। इससे भी अहम बात यह कि उसने अगले साल यानी 2024 में कम से कम से 3 बार ब्याज दरों को घटाने की बात कही है। यह बड़ी बात इसलिए है क्योंकि फेडरल रिजर्व ने पहली बार यह बात खुद बोली है कि वह ब्याज दरें घटाएगा। इससे पहले बस अंदाजा लगाया जा रहा था ऐसा होगा।
फेड के बयान में दूसरी सबसे अहम बात यह है कि उसने अमेरिका में मंदी आने की आशंका को भी संकेतों में खारिज कर दिया है। यूएस फेड के इस बयान से ग्लोबल लेवल पर पूरी सिचुएशन बदल गई है और स्टॉक मार्केट जोश में हैं।
भारत में बढ़ सकता FII का निवेश
माना जा रहा है कि दरों में कटौती के बाद भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट में बहुत सारा पैसा आने वाला है। इससे बाजार अगले साल इस स्तर से भी काफी ऊंचा जा सकता है। एनालिस्ट को उम्मीद है ग्लोबल लेवल पर इस बदली सिचुएशन से आईटी शेयरों को सबसे अधिक फायदा मिलने वाला है और इसीलिए आज निफ्टी का आईटी इंडेक्स 8 महीने के उच्च-स्तर पर चला गया। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों के टॉप गेनर्स में आज आईटी शेयर ही छाए रहे। एनालिस्ट भी इन पर बुलिश दिख रहे हैं और खासतौर से उन्हें लार्जकैप वाले आईटी स्टॉक्स में सस्ते भाव पर खरीदारी का मौका दिख रहा है।
पिछले कुछ तिमाहियों से दबाव में थे IT स्टॉक्स
ऐसा इसलिए क्योंकि पिछली कुछ तिमाहियों से आईटी स्टॉक्स का प्रदर्शन खराब रहा था। ब्याज दरें बढ़ने से ग्लोबल पर आर्थिक सुस्ती आने की आशंका जताई जा रही थी, जिसके चलते कंपनियों ने आईटी पर होने वाला अपने खर्चे घटा दिए थे। आईटी कंपनियों को नए ऑर्डर नहीं मिल रहे थे और पुराने क्लाइंट्स भी अपने बजट को घटा रहे थे। इसलिए यह सेक्टर काफी प्रेशर में था। यही कारण है जब हाल में बाजार में तेजी चल रही थी, तब भी आईटी स्टॉक्स बैठे हुए थे। लेकिन अब जब ब्याज दरें घटने वाली है, तो इस स्थिति के बदलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
एनालिस्ट्स की क्या है राय?
AUM Capital Markets के रिसर्च हेड, राजेश अग्रवाल का कहना है कि लंबी अवधि वाले निवेशकों को अब अपना ध्यान आईटी स्टॉक्स पर लगाना चाहिए। खासतौर से लार्जकैप आईटी स्टॉक्स को वो खरीद सकते हैं क्योंकि इनकी बैलेंस शीट मजबूत है। पहले उम्मीद की जा रही थी आर्थिक सुस्ती के चलते इनका ऑर्डर फ्लो काफी कम हो जाएगा, लेकिन इन्होंने पिछले कुछ तिमाही में सस्टैनिबिलिटी दिखाई है।
अग्रवाल का कहना है कि आईटी शेयरों के लिए इस समय सबसे पॉजिटिव बात यह है कि इनका वैल्यूएशन काफी वाजिब है। कई शेयर तो अपने हिस्टोरिकल एवरेज से भी नीचे कारोबार कर रहे हैं। बाजार में जब तेजी का मौसम हो, ऐसे समय में इतने वाजिव वैल्यूएशन पर स्टॉक का मिलना एक बड़ी बात है।
WealthMills Securities के इक्विटी स्ट्रैटजी डायरेक्टर, क्रांति बाथिनी ने भी आईटी शेयरों के वैल्यूएशन को वाजिब बताया है। उन्होंने भी लंबी अवधि के निवेशकों को लॉर्जकैप स्टॉक में निवेश की सलाह दी। एनालिस्ट ने लार्जकैप शेयरों में इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो और LTIMindtree के नाम लिए। वहीं मिडकैप शेयरों में उन्होंने एमफैसिस, परसिस्टेंट सिस्टम्स, एलएंडटी टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कोफोर्ज का नाम लिया।
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