Israel Iran Conflict: इजरायल और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच एयर इंडिया (Air India) ने रविवार को तेल अवीव (Tel Aviv) के लिए उड़ानों पर अस्थायी रूप से रोक लगाने का फैसला किया। एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली से तेल अवीव के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स फिलहाल निलंबित रहेंगी। एयर इंडिया दिल्ली और इजरायल के शहर के बीच चार वीकली फ्लाइट ऑपरेट करती है।
टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली कंपनी ने लगभग पांच महीने के अंतराल के बाद तीन मार्च को तेल अवीव के लिए सेवाएं बहाल की थीं। इजरायल के शहर पर हमास के हमले के बाद एयर इंडिया ने पिछले साल सात अक्टूबर से तेल अवीव के लिए उड़ानें निलंबित कर दी थीं।
इजरायल में भारतीय के लिए नई एडवाइजरी
वहीं इजरायल में भारतीय दूतावास ने ईरान के हमलों के बाद अपने नागरिकों के लिए रविवार को एक नई ‘‘इंपोर्टेंट एडवाजरी’’ जारी कर उन्हें शांत रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन की सलाह दी।
ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए शनिवार को इजरायल पर हमला कर दिया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल दागीं। सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद इसने बदला लेने का प्रण लिया था।
भारतीय दूतावास ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए ‘इंपोर्टेंट एडवाइजरी’ में कहा, ‘‘रीजन में हाल की घटनाओं के मद्देनजर इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को शांत रहने और स्थानीय प्राधिकारियों की तरफ से जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है।’’
लिंक के जरिए रिजस्ट्रेशन कराने का अनुरोध
उसने कहा, ‘‘दूतावास स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है और वह हमारे सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इजरायली प्राधिकारियों तथा भारतीय समुदाय के सदस्यों के संपर्क में है।’’
उसने भारतीय नागरिकों से पहले से उपलब्ध एक लिंक के जरिये दूतावास के साथ रजिस्ट्रेशन कराने का भी अनुरोध किया है।
पहले भी जारी की गई थी एडवाइजरी
भारतीय दूतावास ने ईरान की बदले की कार्रवाई किए जाने की बढ़ती आशंका के बीच शुक्रवार को भी एक एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों को ‘‘गैरजरूरी यात्रा करने से बचने, शांत रहने और स्थानीय प्राधिकारियों की ओर से जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन’’ करने की सलाह दी थी।
यह पहली बार है कि इस्लामिक देश ईरान ने अपनी सरजमीं से यहूदी देश पर हमला किया है।
इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल दागे जाने के बावजूद किसी भी देश ने अभी तक अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। अमेरिका समेत उनमें से कुछ देशों ने एडवाइजरी जारी की हैं।