इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) के शेयरों में आज बिकवाली का भारी दबाव दिख रहा है। इस सरकारी कंपनी के शेयरों पर तीन म्यूचुअल फंडों की बिकवाली ने तगड़ा दबाव बनाया। इसके चलते यह 8 फीसदी से अधिक टूट गया। भाव में तेज गिरावट के चलते कुछ निवेशकों ने खरीदारी का रुझान दिखाया लेकिन अब भी यह काफी कमजोर स्थिति में है। फिलहाल BSE पर यह 4.13 फीसदी की गिरावट के साथ 160.30 रुपये के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 8.37 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 153.20 रुपये के भाव तक आ गया था।IREDA Share Price: इन तीन म्यूचुअल फंडों ने बिगाड़ दी चाल, 8% से अधिक टूट गए शेयर
IREDA पर Mutual Funds की बिकवाली पर क्यों बना दबाव
तीन म्यूचुअल फंडों ने मार्च में इरेडा में अपनी पूरी की पूरी हिस्सेदारी बेच दी। ACE MF के आंकड़ों के मुताबिक कोटक म्यूचुअल फंड, निप्पन इंडिया म्यूचुअल फंड और ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी। दिसंबर 2023 तिमाही के आंकड़ों के मुताबिक इन तीनों ही फंड हाउस की हिस्सेदारी 1-1 फीसदी से कम थी। मार्च 2024 तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न अभी सामने आए नहीं हैं। दिसंबर 2023 तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक 15 फंड हाउसों की हिस्सेदारी 2.87 फीसदी है। सरकार की हिस्सेदारी अभी भी 75 फीसदी बनी हुई है और FPIs के पास 1.88 फीसदी हिस्सेदारी है।
कैसी है इरेडा की सेहत
पिछले महीने 4 मार्च को सीएनबीसी-टीवी18 से बातचीत में इरेडा के सीएमडी प्रदीप कुमार दास ने कहा था कि कंपनी लगातार अपने नेट एनपीए को कम कर रही है और अब इसका लक्ष्य नेट इंटरेस्ट मार्जिन में सुधार करना है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन वर्षों से घरेलू बाजार से भारी-भरकम कर्ज लेने के बाद कंपनी विदेशी बाजार से फंड के वैकल्पिक स्रोत की तलाश कर रही है। शेयरों की बात करें तो पिछले साल 29 नवंबर 2023 को यह रिकॉर्ड निचले स्तर 49.99 रुपये पर था। इस लेवल से ढाई ही महीने में यह 330 फीसदी से अधिक उछलकर 6 फरवरी 2024 को 215.00 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। इसके शेयर पिछले साल 29 नवंबर को ही लिस्ट हुए थे और आईपीओ निवेशकों को यह 32 रुपये के भाव पर जारी हुआ है।