Bond Trump IPOs: वित्त वर्ष 2024 के दौरान इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) का काफी शोर रहा। हालांकि आकंड़ों में अभी यह बॉन्ड मार्केट से काफी पीछे है। वित्त वर्ष 2024 के दौरान कंपनियों ने डेट प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए करीब 9.41 लाख करोड़ रुपये जुटाए। यह शेयर बाजार के जरिए जुटाई गई 1.86 लाख करोड़ रुपये की रकम का करीब 5 गुना है। प्राइम डेटाबेस के जुटाए आंकडों से यह जानकारी मिली है। इससे पहले वित्त वर्ष 2023 में कंपनियों ने डेट प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए 8.52 लाख करोड़ जुटाए थे, जबकि इसके मुकाबले इक्विटीज से उन्होंने 76,911 करोड़ रुपये जुटाए थे।
वित्त वर्ष 2024 में बॉन्ड मार्केट के जरिए सबसे बड़ी रकम नाबार्ड (NABARD) ने जुटाई। नाबार्ड ने 51,855 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके बाद 48,976 करोड़ रुपये के साथ REC दूसरे और 46,062 करोड़ रुपये के साथ HDFC तीसरे स्थान पर रहा।
पब्लिक बॉन्ड मार्केट में भी वित्त वर्ष 2024 के दौरान काफी उछाल देखा गया। इस दौरान करीब 48 पब्लिक इश्यू ने 20,757 करोड़ रुपये जुटाए। इसके मुकाबले पिछले साल 32 इश्यू ने 7,444 करोड़ रुपये जुटाए थे। सबसे बड़ा इश्यू PFC का था, जिसने 2,824 करोड़ रुपये जुटाए।
वहीं इक्विटी मार्केट, कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान कुल 1.86 लाख करोड़ रुपये जुटाए। इसमें से 1.25 लाख करोड़ रुपये का फ्रेश कैपिटल शामिल है। इनीशियल पब्लिक ऑफर के जरिए कंपनियों ने 67,753 करोड़ रुपये जुटाए। वहीं ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए कंपनियों ने 21,055 करोड़ रुपये जुटाए।
वित्त वर्ष 2024 में सबसे बड़ा आईपीओ मैनकाइंड फार्मा का था, जिसने 4,326 करोड़ रुपये जुटाए। इसके बाद 3,043 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ टाटा टेक्नोलॉजीज दूसरे नंबर पर और जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर 2,800 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ तीसरे स्थान पर था।
वित्त वर्ष 2024 के दौरान कम से कम 55 कंपनियों ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 68,933 करोड़ रुपये जुटाए, जो वित्त वर्ष 2023 में जुटाई 9,019 करोड़ रुपये की राशि के मुकाबले करीब 7 गुना है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (ReITs) के जरिए जुटाए गए फंड में भी भारी उछाल देखी गई। वित्त वर्ष 2024 में InvITs और ReITs के जरिए 17,116 करोड़ रुपये जुटाया गया, जो इससे पहले वित्त वर्ष 2023 में 1,166 करोड़ रुपये था।