Indegene IPO: प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल के निवेश वाली कंपनी, इंडेजीन (Indegene) आगामी 6 मई को अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर लॉन्च करेगी। कंपनी ने बताया कि वह आगामी 29 अप्रैल को IPO के प्राइस बैंड का ऐलान करेगी। आईपीओ का साइज 1,750 से 2,500 करोड़ रुपये होने की संभावना है। बता दें कि इंडेजीन, एक कमर्शियलाइजेशन कंपनी है, जो लाइफ साइंसेज इंडस्ट्रीज को कमर्शियलाइजेशन सर्विसेज मुहैया कराती है। यह आईपीओ 6 मई को बोली के लिए खुलेगा और 8 मई को बंद होगा।
इंडेजीन के IPO में 760 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। वहीं करीब 2,39,32,732 इक्विटी शेयरों को इसके मौजूदा शेयरधारकों की तरफ से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) लाया जाएगा। OFS में जिन शेयरधारकों की ओर से बिक्री के लिए रखा जा रहा है, उनमें मनीष गुप्ता, डॉ राजेशन भास्करन नायर, अनीता नायर, विदा ट्रस्टीज, BPC जेनेसिस फंड I SPV, BPC जेनेसिस फंड I-A SPV और कार्लाइल ग्रुप की CA डॉन इनवेस्टमेंट्स शामिल हैं।
कार्लाइल ग्रुप के अवाला इसमें नादाथुर फारेस्ट ने भी निवेश किया है। बता दें कि यह इन्फोसिस के को-फाउंडर नादाथुर एस राघवन के स्वामित्व वाली प्राइवेट इक्विटी फर्म है। नादाथुर फारेस्ट के पास, इंडेजीन की 23.64 प्रतिशत हिस्सेदारी है और यह इसकी सबसे बड़ी शेयरधारक है। नादाथुर के पास कार्लाइन ग्रुप की CA डॉन इनवेस्टमेंट्स इसकी दूसरी सबसे बड़ी शेयरधारक है, जिसके पास कंपनी की 20.42 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ग्रीनविच मुख्यालय वाली प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्राइटन पार्क कैपिटल के स्वामित्व वाले BPC जेनेसिस फंड I एसपीवी और बीपीसी जेनेसिस फंड I-A एसपीवी, के पास कंपनी के पास संयुक्त रूप से 12.07 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
Indegene के IPO का 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित रहेगा। वहीं नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के 15 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व रखा जाएगा। जबकि बाकी 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित होगा। वहीं एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू एक कारोबारी दिन पहले 3 मई को खोला जाएगा।
कंपनी ने बताया कि वह IPO के जरिए जुटाई गई रकम में से करीब 391.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपनी एक सब्सिडियरी फर्म का कर्ज जुटाने में करेगी। वहीं करीब 102.9 करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर में खर्च किए जाएंगे।