आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं। बैंक को चौथी तिमाही में मुनाफे में गिरावट का सामना करना पड़ा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2024) में नेट प्रॉफिट 10 प्रतिशत घटकर 724 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने शनिवार को बताया कि प्रावधानों में भारी उछाल से मुनाफा घटा है।
नेट प्रॉफिट
वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 803 करोड़ रुपये रहा था। IDFC फर्स्ट बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 9,861 करोड़ रुपये हो गई, जो 2022-23 की समान तिमाही में 7,822 करोड़ रुपये थी।
इंटरेस्ट इनकम
कंपनी की इंटरेस्ट इनकम मार्च तिमाही में बढ़कर 8,219 करोड़ रुपये हो गई, जो मार्च, 2023 तिमाही में 6,424 करोड़ रुपये थी। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई) मार्च तिमाही में 24 प्रतिशत बढ़कर 4,469 करोड़ रुपये हो गई, जो 2022-23 की समान तिमाही में 3,597 करोड़ रुपये थी।
बीते वित्त वर्ष की समाप्ति तक बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) घटकर सकल अग्रिम का 1.88 प्रतिशत हो गई, जो मार्च 2023 के अंत तक 2.51 प्रतिशत थी। बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.60 प्रतिशत रह गया, जो 2022-23 के अंत में 0.86 प्रतिशत था।
शेयर की कीमत
वहीं IDFC First Bank के शेयर में एक साल में काफी तेजी देखने को मिली है। 26 अप्रैल 2024 को बैंक का शेयर एनएसई पर 1.30 रुपये (1.56%) की तेजी के साथ 84.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इसके साथ ही पिछले एक महीने में शेयर ने अपने निवेशकों को 12% से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
हालांकि पिछले 6 महीने में शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है और शेयर ने अपने निवेशकों को सिर्फ 2 फीसदी का रिटर्न दिया है। हालांकि पिछले एक साल में शेयर की ओर से अपने निवेशकों को 37% से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।