पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) ने उन रिपोर्टों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया था कि अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “हम साफ करते हैं कि ये खबरें महज अटकलबाजी है और कंपनी इस संबंध में किसी भी चर्चा में शामिल नहीं है। हमने हमेशा सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन और डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) 2015 के तहत अपने दायित्वों का पालन करते हुए जरूरी खुलासे किए हैं और करते रहेंगे।”
अदाणी के हिस्सेदारी खरीदने की अटकलों के बीच, पेटीएम के शेयरों आज 29 मई को 5% का अपर सर्किट लगा और इसके शेयर 359.45 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 44 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
रिपोर्ट्स में क्या कहा गया था?
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने वन97 कम्युनिकेशंस में हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। हालांकि, पेटीएम ने इस तरह के किसी भी जानकारी से इनकार किया है। रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने 28 मई को अहमदाबाद जाकर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन से मुलाकात की, ताकि “सौदे की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा सके।”
बंदरगाह से लेकर एयरपोर्ट्स तक का बिजनेस करने वाली, अदाणी ग्रुप अगर इस डील के साथ फिनटेक बाजार में प्रवेश करती है, तो इसका मुकाबला गूगल पे, वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फोनपे और मुकेश अंबानी की जियो फाइनेंशियल जैसी कंपनियों के साथ होगा। इसके अलावा यह अंबुजा सीमेंट्स और एनडीटीवी के बाद अदाणी ग्रुप की एक और बड़ी खरीदारी होगी।
विजय शेखर शर्मा के पास वन97 कम्युनिकेशंस की करीब 19 प्रतिशत हिस्सेदारी है। 28 मई के बंद भाव के हिसाब से इस हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 4,218 करोड़ रुपये आती है। शर्मा के पास व्यक्तिगत रूप से पेटीएम की 9 प्रतिशत हिस्सेदारी है और विदेशी कंपनी रेजिलिएंट एसेट मैनेजमेंट के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से वह 10 प्रतिशत के मालिक हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वन97 कम्युनिकेशंस की फाइलिंग में, शर्मा और रेजिलिएंट दोनों को पब्लिक शेयरधारक बताया गया है।