मौजूदा वित्त वर्ष का अब तक का नेट डायरेक्ट कलेक्शन सालाना आधार पर 20 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 13.70 लाख करोड़ रुपये रहा है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने इस सिलसिले में 1 अप्रैल से 17 नवंबर 2023 तक का प्रोविजनल डेटा जारी किया है। कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में कॉरपोरेट टैक्स की हिस्सेदारी 6.95 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि पर्सनल इनकम टैक्स और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स से 6.73 लाख करोड़ रुपये हासिल हुए।
फाइनेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, रिफंड एडजस्टमेंट से पहले 1 अप्रैल-17 दिसंबर 2023 का ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 17 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 15.96 लाख करोड़ रुपये रहा। इनमें से ग्रॉस कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन की हिस्सेदारी 7.90 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि ग्रॉस पर्सनल इनकम टैक्स और सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स 8.03 लाख करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2023-24 में नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का टारगेट 10.5 पर्सेंट बढ़ोतरी के साथ 18.2 लाख करोड़ रखा गया है।
मनीकंट्रोल ने 7 दिसंबर को संबंधित अधिकारियों के हवाले से खबर दी थी कि इस बार डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट में तय किए गए लक्ष्य से ज्यादा रह सकता है और मौजूदा वित्त वर्ष में ग्रोथ का आंकड़ा 17-18 पर्सेंट रह सकता है।
टैक्स कलेक्शन के हालिया आंकड़े से यह उम्मीद और मजबूत हुई है कि केंद्र सरकार वित्त वर्ष 2023-24 में 5.9 पर्सेंट का फिस्कल डेफिसिट का टारगेट पूरा कर लेगी। प्रोविजनल आंकड़ों के मुताबिक, फाइनेंस मिनिस्ट्री मौजूगदा वित्त वर्ष में अब तक 2.25 लाख करोड़ का रिफंड भी हासिल कर चुकी है।