Forex Reserve: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 2.98 अरब डॉलर से अधिक बढ़कर 648.56 अरब डॉलर के नये ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India or RBI) ने 12 अप्रैल को यह डेटा जारी किया। यह लगातार सातवां सप्ताह है, जब विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है। इससे पहले विदेशी मुद्रा भंडार 29 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.951 अरब डॉलर बढ़कर 645.583 अरब डॉलर की नई ऊंचाई पर पहुंच गया था।
इससे पहले, सितंबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। वैश्विक गतिविधियों के कारण उत्पन्न दबावों के बीच केंद्रीय बैंक ने रुपये की गिरावट को थामने के लिए पूंजी भंडार का इस्तेमाल किया, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में थोड़ी कमी आई थी। भारतीय रिजर्व बैंक हर सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार और गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) का डेटा जारी करता है।
फॉरेन करेंसी एसेट्स का आंकड़ा
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में फॉरेन करेंसी एसेट्स 54.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 571.17 अरब डॉलर पर पहुंच गए। फॉरेन करेंसी एसेट्स, विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होते हैं। डॉलर में एक्सप्रेस किए जाने वाले फॉरेन करेंसी एसेट्स में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में उतार-चढ़ाव के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है।
गोल्ड रिजर्व का क्या हाल
RBI ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान गोल्ड रिजर्व 2.39 अरब डॉलर बढ़कर 54.56 अरब डॉलर हो गया। इस बीच स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDRs) 2.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.17 अरब डॉलर हो गए। रिजर्व बैंक के मुताबिक, 5 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF or International Monetary Fund) के पास भारत की आरक्षित जमा भी 90 लाख डॉलर बढ़कर 4.669 अरब डॉलर हो गई।