European Central Bank interest rate decision : यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ECB) ने आज गुरुवार को अपनी प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। इन्फ्लेशन को काबू में लाने के लिए ECB ने उम्मीद के मुताबिक यह निर्णय लिया। यह लगातार पांचवी बैठक है जब ECB ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। ECB के इस फैसले के साथ ब्याज दर 4.5 फीसदी पर बनी रहेगी।
इसी तरह, ECB ने डिपॉजिट फैसिलिटी को 4 फीसदी और मार्जिनल लेंडिंग रेट को 4.75% पर स्थिर रखा है। हालांकि, ECB ने संकेत दिया कि वह जून में अपनी अगली बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ECB एनालिस्ट्स जून में नए आर्थिक और मुद्रास्फीति पूर्वानुमान पेश करेंगे।
यूरोपीय संघ का केंद्रीय बैंक पहले इस बात की पुष्टि करना चाहता है कि तेजी से घटती मुद्रास्फीति नियंत्रण में आ चुकी है। इसके बाद ही वह ब्याज दर में बदलाव पर कोई कदम उठाएगा। केंद्रीय बैंक की रेट तय करने वाली समिति ने अपने निर्णय के बाद जारी बयान में कहा, “अंतनिर्हित मुद्रास्फीति के अधिकांश उपाय कम हो रहे हैं… लेकिन घरेलू मूल्य दबाव मजबूत है जिससे सेवा मूल्य मुद्रास्फीति ऊंचे स्तर पर बनी हुई है।”
बैठक के बाद ईसीबी की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यदि आने वाले आंकड़े मुद्रास्फीति में गिरावट की पुष्टि करते हैं तो मौद्रिक नीति प्रतिबंध के मौजूदा स्तर को कम करना उचित होगा।”
ईसीबी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व सहित प्रमुख केंद्रीय बैंक इस बात पर विचार कर रहे हैं कि घटती मुद्रास्फीति उन्हें दरों में कब कटौती करने देगी। ईसीबी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा, “पिछली ब्याज दरों में बढ़ोतरी से मांग पर असर पड़ रहा है, जिससे मुद्रास्फीति को कम करने में मदद मिल रही है।” इसमें कहा गया है कि एक बार जब यह भरोसा हो जाए कि इन्फ्लेशन टारगेट लेवल तक पहुंच गई है, तो “मॉनेटरी पॉलिसी रेस्ट्रिक्शन के मौजूदा लेवल को कम करना उचित होगा।”