EPACK Durable IPO: रूम एसी और इसके पार्ट्स बनाने वाली ईपैक ड्यूरेबल ने आईपीओ खुलने से पहले 18 एंकर निवेशकों से 192.02 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। एंकर निवेशकों को 230 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। 640 करोड़ रुपये का इसका आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19 जनवरी से 23 जनवरी तक खुला रहेगा। यह इश्यू नए शेयरों का है और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयर जारी होंगे। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से इसके शेयर 31 रुपये यानी 13.48 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर ही निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए।
एंकरबुक के तहत एक घरेलू म्यूचुअल फंड को मिले 18.75% शेयर
ईपैक ड्यूरेबल ने एंकरबुक के तहत एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, आशिका ग्लोबल सिक्योरिटीज और आदित्य बिड़ला सन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी समेत 18 एंकर निवेशकों को 83,48,504 शेयर जारी हुए हैं। इसमें से 18.75 फीसदी शेयर एक घरेलू म्यूचुअल फंड को जारी हुए हैं। ये शेयर चार स्कीमों-एचडीएफसी नॉन साइक्लिकल कंज्यूमर फंड, एचडीएफसी बिजनेस साइकिल फंड, एचडीएफसी डिविडेंड यील्ड फंड और एचडीएफसी हाइब्रिड इक्विटी फंड को मिले हैं।
EPACK Durable IPO की डिटेल्स
ईपैक ड्यूरेबल का 640.05 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 23 जनवरी तक खुला रहेगा। इस आईपीओ के तहत ₹218-₹230 रुपये के प्राइस बैंड और 65 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकते हैं। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों और 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित है। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 24 जनवरी को फाइनल होगा और शेयरों की BSE, NSE पर 29 जनवरी को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 1,04,37,047 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत मौजूदा शेयरधारक बिक्री करेंगे। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटीज के विस्तार और सेट अप, कर्ज चुकाने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
EPACK Durable के बारे में
रूम एसी और इसके पार्ट्स बनाने वाली ईपैक ड्यूरेबल के देहरादून में चार प्रोडक्शन फैसिलिटीज हैं। इसके अलावा एक मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी राजस्थान के भिवाड़ी में है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 7.80 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 17.43 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023 में 31.97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान रेवेन्यू भी सालाना करीब 44 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 1540.25 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अब इस वित्त वर्ष की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2023 में कंपनी को 2.65 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 616.32 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था।