हवाई सफर को आसान बनाने वाली डिजी यात्रा सुविधा की शुरुआत अब चेन्नई एयरपोर्ट पर भी आगामी 31 मार्च तक शुरू कर दी जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। फिलहाल देश के 13 एयरपोर्ट पर यह सुविधा उपलब्ध है। बता दें, डिजी यात्रा को दिसंबर 2022 में लॉन्च किया गया था। यह चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी (एफआरटी) के आधार पर एयरपोर्ट पर विभिन्न चौकियों पर यात्रियों की संपर्क रहित, निर्बाध आवाजाही प्रदान करता है।
डिजी यात्रा इस्तेमाल करने वालों की तादाद 1.45 करोड़
खबर के मुताबिक, डिजी यात्रा ऐप के यूजर्स की संख्या 45.8 लाख से अधिक हो गई है। डिजी यात्रा का इस्तेमाल करके यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 1.45 करोड़ तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि डिजी यात्रा 31 मार्च, 2024 तक चेन्नई एयरपोर्ट पर शुरू की जाएगी। अपने मोबाइल फोन पर डिजी यात्रा एप्लिकेशन इंस्टॉल करने वाले यात्रियों की संख्या 10 फरवरी, 2024 तक बढ़कर 45.8 लाख हो गई है। 1 जनवरी, 2024 को यह संख्या 38 लाख थी।
इस साल 25 और एयरपोर्ट पर होगी ये सुविधा
बीते दिसंबर में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि साल 2024 में देश के और 25 एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा की सुविधा शुरू की जाएगी। तब उन्होंने एयरपोर्ट ऑपरेटर्स से ‘डिजी यात्रा’ को बढ़ावा देने के लिए कहा था। डिजी यात्रा का इस्तेमाल करने का फायदा यह है कि आपको एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं होगा और न ही आईडी प्रूफ किसी को दिखाने की जरूरत होती है।
डिजी यात्रा ऐप पैसेंजर के बोर्डिंग पास को चेहरे की पहचान प्रणाली (एफआरएस) से जोड़ता है। यह उनकी पहचान की पुष्टि करता है। इससे बोर्डिंग गेट तक पहुंचने और पूर्व-सुरक्षा जांच पूरी करने में कम समय लगता है। डिजी यात्रा ऐप इंस्टॉल करने के बाद यात्री को डिजी यात्रा आईडी बनानी होती है। यात्री अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल पता और अपने पहचान प्रमाण का विवरण जैसी जानकारी की मदद से डिजी यात्रा आईडी बना सकते हैं।