देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। यह एक ऐसी बीमारी है, शरीर में चुपके से दाखिल होती है। जब तक पता चलता है, तब तक यह शरीर में अपना घर बना चुकी होती है। इसके बाद शरीर में अन्य कई बीमारियां भी फैल जाती है। जिसमें किडनी और आंखों के सबसे ज्यादा नुकसान होता है। डायबिटीज से शरीर सूखने लगता है। लिहाजा इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। आप पानी पीकर भी अपने शरीर के बढ़ते ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए आपके तांबे के लोटे का पानी पीना होगा।
आयुर्वेद के मुताबिक तांबे के बर्तन में रखा गया पानी पीने से ना केवल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना आसान हो जाता है। बल्कि डायबिटीज की वजह से होने वाले खतरों से भी बचा जा सकता है। तांबे के अंदर मौजूद कई गुणों के आधार पर ही इसे डायबिटीज मैनेज करने में कारगर माना जाता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए तांबे के बर्तन में रखा पानी है रामबाण
तांबे के बर्तन में रखे गए पानी के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। इसके साथ ही रेड ब्लड सेल्स के निर्माण और घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। वहीं कई डायबिटीज से पीड़ित मरीज अक्सर स्किन प्रॉब्लम, सूजन, और घाव के देर से भरने की शिकायत करते नजर आते हैं। इस स्थिति में तांबे के बर्तन का पानी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले रात में सोने से पहले तांबे के बर्तन में पानी बरकर रखना होगा। उसके बाद सुबह इसे खाली पेट पी लें। शुगर पेशेंट को इस बात का अवश्य ध्यान रखना होगा कि तांबे के बर्तन में रखा पानी अचानक ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है। ऐसे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
पाचन शक्ति होगी मजबूत
तांबे के बर्तन का पानी पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। इसके जरिए डायबिटीज को मैनेज करना थोड़ा आसान हो जाता है। बता दें कि तांबे के बर्तन में रखे गए पानी में न्यूट्रिएंट्स आसानी अवशोषित हो जाते हैं। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
डिस्क्लेमर – यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक जानकारी के लिए एक्पर्ट्स से जरूर सलाह लें।