कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक का आज दिल्ली में आयोजन किया गया। इस बैठक में संसद के दोनों सदनों से I.N.D.I.A गठबंधन के 143 सांसदों के निलंबन की सीडब्ल्यूसी ने कड़े शब्दों में निंदा की। सीडब्ल्यूसी ने इस बाबत रेजोल्यूशन जारी किया। इस रेजोल्यूशन में सीडब्ल्यूसी ने लिखा, ‘ये सांसद सिर्फ यह मांग कर रहे थे कि गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में 13 दिसंबर 2023 को हुई खतरनाक घटनाओं और दो आरोपियों को सदन में प्रवेश दिलाने वाले मैसूर के भाजपा सांसद की भूमिका पर बयान दें, जिनके कारण सुरक्षा में गंभीर चूक हुई। सांसदों का निलंबन यह सुनिश्चित करने के लिए भी किया गया कि विपक्ष मोदी सरकार को चुनौती देने के लिए मौजूद नहीं रहे। बड़े पैमाने पर सांसदों के निलंबन के बाद तीन कठोर आपराधिक कानून बिल पास करवाए जा रहे हैं।’
कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने जारी किया रेजोल्यूशन
सीडब्ल्यूसी ने कहा, ‘यह बैठक आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जल्द से जल्द पूरी तरह से तैयार होने का दृढ़ संकल्प व्यक्त करती है। एक पार्टी के रूप में भी और I.N.D.I.A ग्रुप के सदस्य के रूप में भी। हम उस दृढ़ संकल्प
को भी दोहराते हैं कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस I.N.D.I.A ग्रुप को भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक प्रभावी ढाल और ताकत बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। CWC की यह बैठक इस बात की सराहना करती है कि लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अब से ठीक एक सप्ताह बाद हमारे स्थापना दिवस पर नागपुर में आयोजित होने वाली ‘हैं तैयार हम’ रैली इस लिहाज से एक बहुत ही महत्वपूर्णकदम है। कांग्रेस अध्यक्ष राज्यों की अलग-अलग समीक्षा बैठक कर रहे हैं जिससे तैयारियों को दिशा मिल रही है।’
प्रधानमंत्री के दावों में जमीन आसमान का फर्क
सीडब्ल्यूसी ने रेजोल्यूशन जारी करते हुए कहा कि व्यापक जन भागीदारी के माध्यम से पार्टी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए शुरू किए गए नए अभियान का स्वागत करती है। प्रत्येक CWC सदस्य सुनिश्चित करेंगे कि यह लगातार आगे बढ़ता रहे। आर्थिक असमानताएं बढ़ती जा रही हैं, आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं और नौकरियों का अकाल युवाओं के मन में भारी बोझ बन गया है। प्रधानमंत्री के दावों और हकीकत में जमीन आसमान का फर्क है। सामाजिक ध्रुवीकरण की समस्या गहराती जा रही है और इसे चुनावी लाभ के लिए जानबूझकर खतरनाक ढंग से प्रोत्साहित किया जा रहा है।