Crypto Multibagger: क्रिप्टो मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव रहता है यानी कि इसमें निवेश काफी जोखिम भरा है। हालांकि इसी में कुछ क्रिप्टो ऐसे होते हैं जो निवेशकों को तगड़ा रिटर्न देते हैं। ऐसे ही एक क्रिप्टो बिटक्वॉइन एसवी (BitCoin SV) है जो एक हफ्ते में करीब 103 फीसदी मजबूत हुआ है। नाम से यह बिटक्वॉइन की ही तरह लग रहा है और कुछ मामले में दोनों समान हैं भी लेकिन कई मामलों में दोनों अलग-अलग हैं। सबसे पहले तो दोनों के भाव में ही काफी फर्क है जैसे कि बिटक्वॉइन (BitCoin) इस समय 42700 डॉलर के पार भाव में मिल रहा है जबकि बिटक्वॉइन एसवी 102.45 डॉलर में है। बिटक्वॉइन एक हफ्ते में डेढ़ फीसदी से अधिक कमजोर हुआ है।
क्या है BitCoin और BitCoin SV में फर्क
बिटक्वॉइन (BTC) और बिटक्वॉइन एसवी (BSV) दोनों ही ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिजिटल करेंसी हैं लेकिन दोनों में कुछ अहम फर्क भी है। बिटक्वॉइन का फोकस स्टोर और वैल्यू ट्रांसफर करने के लिए पूरी तरह से डीसेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी होने पर है। वहीं बिटक्वॉइन एसवी का फोकस बिजनेस एप्लीकेशंस के लिए एक एंटरप्राइज-ग्रेड ब्लॉकचेन होने पर है। अब आने वाले समय के हिसाब से बात करें तो बिटक्वॉइन एसवी स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और एनएफटी को सपोर्ट करता है लेकिन बिटक्वॉइन नहीं।
दोनों में एक अहम अंतर ये है कि BTC का ब्लॉक साइज लिमिट 1 मेगाबाइट है जिससे एक ब्लॉक में कितने लेन-देन हो सकते हैं, इसकी एक लिमिट हो जाती है जबकि बीएसवी का ब्लॉक साइज 4 जीबी हो चुका है। वहीं बिटक्वॉइन एक सेकंड में सिर्फ 7 ट्रांजैक्शंस प्रोसेस कर सकता है लेकिन बिटक्वॉइन एसवी 4 जीबी के ब्लॉक के जरिए एक सेकंड में 50 हजार तक ट्रांजैक्शन प्रोसेस कर सकता है। इसी कम ब्लॉक साइज और कम ट्रांजैक्शन कैपेबिलिटी के चलते बिटक्वॉइन की फीस आमतौर पर हाई होती है।
BitCoin SV कैसे आया अस्तित्व में
बिटक्वॉइन दुनिया की सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी है। मार्केट कैप के हिसाब से यह सबसे बड़ी करेंसी भी है लेकिन इसमें एक बहुत बड़ी खामी ये है कि इसकी ट्रांजैक्शन स्पीड बहुत स्लो है। ऐसे में कई सुझाव आए जैसे कि ब्लॉक साइज बढ़ाया जाए इत्यादि। हालांकि इन बदलावों के लिए ब्लॉकचेन में फोर्क नाम की एक प्रक्रिया गुजरना होता जिससे नेटवर्क के हिस्से बन जाते तो नया वर्जन नए प्रोटोकॉल से चलता और पुराना या तो खत्म हो जाता या पुराने प्रोटोकॉल यानी नियमों से ही चलता।
बिटक्वॉइन फोर्क से बिटक्वॉइन कैश, बिटक्वॉइन गोल्ड और बिटक्वॉइन एसवी इत्यादि अस्तित्व में आए। बिटक्वॉइन एसवी में एसवी का मतलब Satoshi Nakamoto है। इसे नवंबर 2018 में तैयार किया गया था। बिटक्वॉइन और बिटक्वॉइन एसवी में काफी समानताएं हैं जैसेकि दोनों ही प्रूफ ऑफ वर्क मैकेनिज्म पर काम करता है और इसके अधिकतम 2.1 करोड़ क्वॉइन आ सकते हैं। दोनों के हाल्विंग साइकिल 4 साल है।