Crude Oil Import in March: मार्च 2024 में भारत का कच्चे तेल का आयात एक साल पहले की तुलना में 1.1% घटकर 20.69 मिलियन मीट्रिक टन रह गया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) की वेबसाइट के आंकड़ों से पता चला है कि क्रूड ऑयल प्रोडक्ट का आयात सालाना आधार पर लगभग 12% घटकर 3.83 मिलियन टन रह गया। वहीं मार्च महीने में क्रूड ऑयल प्रोडक्ट का निर्यात 6.4% घटकर 5.66 मिलियन टन रह गया।
आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में क्रूड ऑयल प्रोडक्ट का आयात इससे पहले के महीने की तुलना में 6.1% घटा, वहीं निर्यात में मासिक आधार पर 6.4% की वृद्धि हुई। PPAC के आंकड़ों से पता चला है कि ईंधन तेल का निर्यात मार्च महीने में इससे पहले के महीने की तुलना में लगभग 79% बढ़कर 0.25 मिलियन टन हो गया, जबकि गैसोलीन या पेट्रोल का निर्यात 6.3% बढ़कर 1.34 मिलियन टन हो गया।
भारत के लिए कौन है टॉप ऑयल सप्लायर
रूस लगातार दूसरे साल वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत का टॉप ऑयल सप्लायर रहा। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑयल इंपोर्टर और उपभोक्ता है। रिपोर्ट में सोर्सेज के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका की ओर से प्रतिबंधित रूस की दिग्गज शिपिंग कंपनी सोवकॉमफ्लोट (SCF) के नियंत्रण वाले एक जहाज ने 26 अप्रैल को पश्चिमी भारतीय बंदरगाह पर ईंधन तेल छोड़ा। इससे एक संक्षिप्त ठहराव के बाद रूस के प्रमुख बाजार भारत में आपूर्ति के लिए SCF जहाजों के इस्तेमाल की बहाली का संकेत मिलता है।
एक सरकारी बयान के मुताबिक, पिछले हफ्ते देश ने ओपेक महासचिव के साथ वैश्विक तेल बाजार के हालिया ट्रेंड, अस्थिरता और वैश्विक ऊर्जा स्थिरता पर उनके प्रभाव पर चर्चा की।