Crizac IPO : स्टूडेंट रिक्रुटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर Crizac अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने इसके लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिया है। कंपनी का इरादा आईपीओ के जरिए 1000 करोड़ रुपये जुटाने का है। इस आईपीओ में केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत शेयरों की बिक्री होगी और इसमें फ्रेश इक्विटी शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब है कि आईपीओ का पूरा फंड प्रमोटर्स को मिलेगा।
Crizac IPO से जुड़ी डिटेल
प्रमोटर पिंकी अग्रवाल और मनीष अग्रवाल OFS के माध्यम से 159 करोड़ रुपये और 841 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर बेचेंगे। यह 100 फीसजदी प्रमोटरों के स्वामित्व वाली कंपनी है। विकास अग्रवाल, उनकी पत्नी पिंकी अग्रवाल और भाई मनीष अग्रवाल कंपनी के मुख्य प्रमोटर हैं। इक्विरस कैपिटल और आनंद राठी एडवाइजर्स इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे हैं।
Crizac और इसका फाइनेंशियल
Crizac यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, आयरलैंड गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हायर एजुकेशन के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन में इंटरनेशनल स्टूडेंट रिक्रुटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइड करता है। हेल्दी रेवेन्यू ग्रोथ और हायर अदर इनकम के कारण ऑपरेटिंग मार्जिन में तेज गिरावट के बावजूद FY23 में इसने स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 66.4 फीसदी की सालाना ग्रोथ के साथ 110.1 करोड़ रुपये की कमाई की।
FY23 के लिए ऑपरेशन से स्टैंडअलोन रेवेन्यू 274.1 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 128.3 फीसदी अधिक है। इसी अवधि में EBITDA 21.1 फीसदी बढ़कर 104.8 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन सर्विसेज की अधिक लागत के कारण मार्जिन 72.05 फीसदी से काफी कम होकर 38.2 फीसदी हो गया। मौजूदा वित्त वर्ष (FY24) में अप्रैल-सितंबर अवधि में नेट प्रॉफिट 163.6 करोड़ रुपये के रेवेन्यू पर 88.6 करोड़ रुपये रहा।
यूनाइटेड किंगडम में हायर एजुकेशन के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के साथ मजबूत संबंध रखने के बाद Crizac भारत से यूनाइटेड किंगडम में सबसे बड़े स्टूडेंट रिक्रुटमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स में से एक है, जिसकी 2023 में भारत से यूनाइटेड किंगडम जाने वाले छात्रों की संख्या के मामले में लगभग 13 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी थी।