विश्व

COSP17 में क्या चल रहा है?

COSP17 में क्या चल रहा है?

यह सभी, 11 से 13 जून तक चलने वाले, विकलांगता अधिकारों पर राष्ट्रों के कन्वेंशन के 17वें सम्मेलन यानि COSP17 के लिए इकट्ठा हो रहे हैं. COSP17 वैश्विक स्तर पर विकलांगता अधिकारों पर केन्द्रित सबसे विशाल बैठक है.

इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी देश, सर्वजन के लिए समानता के अपने वादे को पूरा करें. 

AI से लेकर युद्ध क्षेत्रों तक: एजेंडा में शामिल मुद्दे

बैठक के दौरान, यूएन के सदस्य देश और NGOs अपनी सफलताओं व सामने मौजूद चुनौतियों का रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे और रास्ते की बाधाओं को हटाने के तरीक़े खोजेंगे, जिससे विकलांगता के साथ जी रहे व्यक्ति अपने सम्पूर्ण अधिकार हासिल कर सकें. 

2008 में कन्वेंशन के लागू होने के बाद से ही, 191 सदस्य देशों द्वारा अपनाई गई इस अभूतपूर्व संधि के कार्यान्वयन की निगरानी हेतु, हर वर्ष COSP की बैठक आयोजित की जाती है.

इस वर्ष के एजेंडे में, सितम्बर में होने वाले सम्मेलन को सूचित करने हेतु, तीन गोलमेज़ बैठकों में वर्तमान मुद्दों पर चर्चाएँ शामिल हैं. इनमें मानवीय आपात स्थितियों, सभ्य कामकाज व टिकाऊ आजीविकाओं तथा समावेशी भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी नवाचारों पर अन्तरराष्ट्रीय सहयोग के मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा. 

प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से,विकलांगजन को सशक्त बनाने के लिए, मिस्र में यूएनडीपी समर्थित नवोन्वेषी कार्यक्रम में भाग लेते प्रतिभागी. (फ़ाइल)

डिजिटल बदलाव

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के ज़रिए वैबसाइटों, मोबाइल ऐप तथा अन्य डिजिटल सामग्री की स्कैनिंग से, पहुँच सम्बन्धी मुद्दों की पहचान करके, उनमें सुधार लाने के प्रस्ताव दिए जा सकते हैं, जिससे डेवेलेपर व सामग्री निर्माताओं को यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सके कि उनके उत्पाद, डिज़ाइन से लेकर तकनीकी अपग्रेड तक, सभी स्तरों पर विकलाँगों के लिए अनुकूल हों. 

और यह केवल AI की बात है. विकलांगजन के अधिकारों पर विशेष रैपोर्टेयर, हैबा हग्रास का कहना है कि विकलांग व्यक्तियों के लिए डिजिटल बदलाव की सम्भावनाएँ बहुत विस्तृत हैं और यह सभी जानते हैं.  

नवाचार की सम्भावनाओं में, सहायक यंत्रों की उपलब्धता, समावेशी शिक्षा व रोज़गार तक पहुँच, स्वास्थ्य सुविधाएँ, व्यक्तिगत समर्थन प्रणाली और जानकारी व संचार के उपकरण शामिल हैं. 

उन्होंने कहा, “डिजिटल बदलाव का दोहन करके, विकलांगजन के अधिकारों पर कन्वेंशन द्वारा लाए गए प्रतिमान परिवर्तन को समझने में मदद मिल सकती है, जिससे अपने समुदाय के सक्रिय सदस्यों के तौर पर, विकलांग व्यक्तियों की आवाज़, नियंत्रण और विकल्प बहाल किए जा सकें.”

COSP17 में, तकनीकी नवाचार और क्लासरूम से कार्यस्थल तक, विकलांगजन के सशक्तिकरण व समाजिक समावेशन के प्रयासों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा.  

हाल ही में आयोजित AI for Global Good Summit में प्रस्तुत कुछ नवाचारों पर एक नज़र: 

समावेशी रोज़गार बाज़ारों का निर्माण

रोज़गार बाज़ार में प्रवेश करना एक बड़ी चुनौती हो सकती है.

दुनियाभर के 80 फ़ीसदी विकलांग व्यक्ति, विकासशील देशों में रहते हैं. और विकलांगता के अधिकार सम्बन्धी कन्वेंशन व सतत विकास के 2030 के एजेंडा जैसे प्रमुख अन्तरराष्ट्रीय विकास उपकरणों के तहत, उन्हें सभ्य कामकाज व सतत आजीविका का अधिकार प्राप्त है. 

वर्तमान में, रोज़गार से सम्बन्धित वैश्विक रिपोर्ट कार्ड, मिली-जुली प्रगति दिखाता है. हालाँकि, अर्जेंटीना, केन्या, नाइजीरिया, युगांडा और उरूग्वे जैसे देशों ने राष्ट्रीय व्यवसायों व विकलांगता नेटवर्कों के लिए नए क़ानून बनाए गए हैं.  

इसीलिए, COSP17 में उन आज़माए व परखे हुए प्रयासों पर आधारित समाधानों की एक श्रृँखला प्रस्तुत की जाएगी, जो दुनियाभर के देशों में रह रहे अधिक से अधिक विकलांगों को अपने परिवारों, समाज व विकास प्रयासों में योगदान देने हेतु सक्षम बना रहे हैं.  

जन्म से ओस्टियोजेनेसिस विकलांगता से पीड़ित, कोस्टा रीका के सैन होसे की नगर निगम पार्षद, निकोल मेसेन सोजो,  विकलांगों के अधिकारों की पैरोकारी में सक्रिय हैं. (फ़ाइल)

UN Costa Rica/Abril Morales

मानवीय आपातस्थितियाँ

कल्पना कीजिए कि अगर युद्ध श्रेत्र में आप बम की आवाज़ ही न सुन पाएँ या फिर बाढ़ से बचने के लिए अपनी व्हीलचेयर ही न हिला पाएँ, तो क्या होगा?

सशस्त्र संघर्ष, प्राकृतिक व जलवायु संकटों तथा स्वास्थ्य आपातस्थितियों जैसे जोखिम के हालात व मानवीय आपातस्थितियों के दौरान, तैयारी, प्रतिक्रिया व पुनर्बहाली प्रयासों में अक्सर विकलांगों की ज़रूरतें दरकिनार कर दी जाती हैं. 

मानवाधिकार परिषद द्वारा नियुक्त कुछ विशेषज्ञों ने वर्तमान ग़ाज़ा संकट पर एक संयुक्त वक्तव्य में चेतावनी दी है कि “विकलांग व्यक्तियों को संक्रामक रोग, कुपोषण व मृत्यु का अधिक ख़तरा होता है, जोकि ग़ाज़ा में नागरिक ढाँचे के विनाश से बहुत सम्भव होता दिख रहा है.”  

COSP17 में, सफल नवोन्मेषी प्रयासों व जलवायु सम्बन्धी आपदाओँ से लेकर संघर्षों जैसी चुनौतियों तथा समाधानों पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा, जिससे भविष्य के सम्मेलन में अधिक समावेशी समाजों की ओर का मार्ग प्रशस्त किया जा सके.

आठ वर्षीय हैना, जो एक बम विस्फोट के कारण अपने पैरों का इस्तेमाल करने की शक्ति खो चुकी हैं, सीरिया के पूर्वी अलेप्पो शहर में अपने घर के पास व्हीलचेयर पर. (फ़ाइल)

लाइव ब्लॉग: COSP17 में ऐतिहासिक पहल

11 जून को पहली बार होगा, जब यूएन न्यूज़ का लाइव ब्लॉग चलाने की ज़िम्मेदारी कोई अतिथि सम्पादक निभाएगा. वो भी उस समय, जब संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में दुनिया भर से आए लोग,  विकलांगजन पर असर डालने वाले मुद्दों पर हो रही सबसे विशाल वैश्विक बैठक में हिस्सा लेंगे.

COSP17 के उद्घाटन सत्र के दौरान लाइव पेज का नेतृत्व, अतिथि सम्पादक निक हर्ड करेंगे, जो एक कार्यकर्ता, अभिनेता, टॉक शो होस्ट और L’ Arche कैनेडा के COSP17 प्रतिनिधि हैं. L’ Arche Canada एक ग़ैर सरकारी संगठन है, जो बौद्धिक विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए 37 देशों में 160 समुदायों के एक नेटवर्क का हिस्सा है.

COSP16 का प्रतिनिधि होने से लेकर, इस वर्ष के COSP17 में UN न्यूज़ के लाइव ब्लॉग को सम्भालने तक, डाउन सिंड्रोम पीड़ित यह पैरोकार, विकलांगता अधिकारों व समावेशी समुदायों से जुड़ी बातचीत में अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे. 

वह दुनिया भर के प्रतिनिधियों और परिवर्तनकारकों का साक्षात्कार भी लेंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि युद्ध एवं जलवायु आपदाओं के समय, तकनीक, रोज़गार व सहायता प्रयासों में समावेशिता को कैसे बढ़ावा दिया जाए. उनका मिशन, आवाज़ बुलन्द करना व बदलाव लाना है.

यह ब्लॉग, 11 जून को सुबह 8 बजे लाइव होगा. यूएन न्यूज पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें और सोशल मीडिया के लिए, हैशटैग #COSP17 का अनुसरण करें.

Source link

Most Popular

To Top