देहरादून । आगामी दस मई को चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले ही 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं और उत्तराखंड सरकार को उम्मीद है कि इस बार यात्रा अपने पिछले वर्ष के 56.31 लाख श्रद्धालुओं की आमद के रिकॉर्ड को तोड़ देगी। प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने यहां कहा कि जिस प्रकार से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चारधाम और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के लिए अपना पंजीकरण करवा रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि इस बार भी चारधाम यात्रा अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ देगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल 56.31 लाख श्रद्धालु प्रदेश के धामों के दर्शन के लिए आए थे जो एक रिकॉर्ड था।
उन्होंने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण प्रारंभ किए गए थे और बृहस्पतिवार तक गंगोत्री के लिए 2,77,901 श्रद्धालु यमुनोत्री के लिए 2,53,883 श्रद्धालु, केदारनाथ के लिए 5,21,052 श्रद्धालु, बदरीनाथ के लिए 4,36,688 श्रद्धालु और हेमकुंड साहिब के लिए 23,469 श्रद्धालुओं सहित कुल 15,12,993 श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया है। मंत्री ने बताया कि इसके अलावा, यात्रा मार्गो पर स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के अतिथि गृहों के लिए भी श्रद्धालुओं की बुकिंग जारी है।
इस वर्ष चार धाम यात्रा 10 मई को शुरू होनी है और पहले दिन गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के कपाट खुलेंगे। बदरीनाथ के कपाट 12 मई को खुलेंगे। महाराज ने बताया कि तीर्थयात्रियों को देव दर्शनों के दौरान लम्बी कतारों में लगकर अधिक प्रतीक्षा न करनी पड़े, इसके लिए चारधाम यात्रा में टोकन और ‘स्लॉट’ की व्यवस्था आरंभ की गयी है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के लागू हो जाने पर किसी भी यात्री को कतार में एक घंटे से अधिक का इंतजार नहीं कराना होगा।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।