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Budget 2024-25 : इंडिया बनेगा इनोवेशन का हब, फार्मा सेक्टर के लिए आवंटन बढ़ा सकती है सरकार

Budget 2024-25 : इंडिया बनेगा इनोवेशन का हब, फार्मा सेक्टर के लिए आवंटन बढ़ा सकती है सरकार

Budget 2024-25 : फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) यूनियन बजट 2024 में फार्मास्युटिकल सेक्टर में रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) से जुड़ी गतिविधियों के लिए आवंटन बढ़ा सकती हैं। 1 फरवरी, 2023 को पेश बजट में उन्होंने इंडिया के डेवलपमेंट में फार्मा सेक्टर खासकर R&D की भूमिका के बारे में बताया था। आरएंडडी को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने एक नए प्रोग्राम का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि सेंटर्स ऑफ एक्सेलेंस से रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा।

सितंबर में आरएंडडी के लिए नई पॉलिसी लॉन्च

फार्मा इंडस्ट्री खास क्षेत्रों में आरएंडडी पर निवेश बढ़ाएगी, जिससे इस सेक्टर खासकर API मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिलेगी। इसके बाद सरकार ने सितंबर में फार्मास्युटिकल और मेडटेक सेक्टर में आरएंडडी और इनोवेशन के लिए नई पॉलिसी पेश की थी। इसका मकसद इंडियन फार्मा एंड मेडटेक सेक्टर को कॉस्ट-बेस्ड इंडस्ट्री से इनोवेशन बेस्ड-इंडस्ट्री में बदलना है।

प्राइवेट और सरकारी संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर

इस पॉलिसी के तहत इंडिया को ग्लोबल फार्मा मार्केट में हाई वॉल्यूम-हाई वैल्यू प्लेयर के रूप में स्थापित करने पर फोकस होगा। इसके तहत स्वास्थ्य से जुड़े प्राथमिक क्षेत्रों के लिए सस्ता सॉल्यूशन तैयार होगा। साथ ही व्यावसायिक रूप से फायदेमंद प्रोडक्ट्ड की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा। इससे फार्मा सेक्टर की तेज ग्रोथ होगी। प्राइवेट सेक्टर और सरकारी संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ेगा। इसके अलावा इस पॉलिसी के तहत 5,000 रुपये के आवंटन के साथ एक दूसरी स्कीम को भी मंजूरी मिली है, जिसका मकसद फार्मा मेडटेक सेक्टर में आरएंडी को बढ़ावा देना है।

सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के लिए 700 करोड़ का आवंटन

इस स्कीम के तहत 7 सेंटर ऑफ एक्सेलेंस शुरू करने के लिए 700 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इन्हें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) में शुरू किया जाएगा। छह प्राथमिक क्षेत्रों में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए 4,250 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इनमें न्यू केमिकल एनटिटीज, एंटी-माइक्रोबियल रेसिस्टेंस और कॉम्प्लेक्स जेनरिक्स शामिल हैं। सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर काम करने वाली बड़ी एंटिटीज, एमएसएमई, एसएमई और स्टार्टअप्स को इन-हाउस और एकैडमिक रिसर्च के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।

10 साल में 130 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है फॉर्मा इंडस्ट्री

इंडिया के 50 अरब डॉलर के फार्मा सेक्टर में आरएंडडी को बढ़ावा देना अहम है। इससे भविष्य में वैल्यू आधारित ग्रोथ हासिल करने में मदद मिलेगी। इंडिया की फॉर्मा इंडस्ट्री वॉल्यूम के लिहाज से दुनिया में तीसरे नंबर पर है। इनोवेशन और डिस्कवरीज की बदौलत यह इंडस्ट्री अगले 10 साल में 120-130 अरब डॉलर की हो सकती है।

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