Budget 2024: बीते सालों में सरकार ने इनकम टैक्स और सेविंग को लेकर बजट में कई ऐलान किये हैं। इस बार आम नौकरीपेशा और टैक्सपेयर्स बजट से बड़ी उम्मीदें लगाकर बैठा है। 1 फरवरी 2024 का बजट मोदी सरकार का आखिरी बजट होगा क्योंकि उसके बाद साल 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि आम जनता खासकर नौकरीपेशा टैक्सपेयर्स के लिए सरकार कई ऐलान कर सकती है। यूनियन बजट 2024 (Union Budget – 2024) में सरकार PPF के निवेश पर राहत दे सकती है।
क्या PPF पर मिलेगी छूट?
सरकार आम लोगों को अंतरिम बजट में कई राहतें दे सकती है। 1 फरवरी 2024 को बजट पेश होने वाला हैं और उसके बाद देश में लोकसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में सैलरी क्लास और मध्यम वर्ग के लिए सरकार ऐलान कर सकती है। मिडिल क्साल को उम्मीद है कि सरकार बजट में पीपीएफ को लेकर कुछ राहत दे सकती है। पीपीएफ को लेकर ये मांगे सरकार से पिछले साल रखी भी रखी गई थी। इस साल भी ये मांग मिडिल क्लास सेविंग बढ़ाने के लिए कर रहा है। मिडिल क्साल पीपीएफ (PPF) की सालाना लिमिट को डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने की सिफारिश कर रहा है।
मिडिल क्लास के लिए बेस्ट है पीपीएफ में निवेश
नौकरीपेशा, मिडिल क्लास और बिजनेसमैन PPF में ज्यादा पैसा लगाते हैं। अगर सरकार बजट में पीपीएफ की लिमिट बढ़ाने की घोषणा करती है तो इससे नौकरीपेशा लोगों को निवेश का मौका अधिक मिलेगा। वह ज्यादा सेविंग करने के लिए प्रेरित होंगे। वह मैच्योरिटी पर पहले से बड़ा फंड भी खड़ा कर पाएंगे।
PPF की लिमिट बढ़ाने की जरूरत
सरकार को भेजे गए सुझावों में PPF में निवेश की लिमिट बढ़ाए जाने की जरूरत है क्योंकि प्राइवेट सेक्टर से जुड़े नौकरीपेशा लोगों के लिए यह निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका है। साथ ही टैक्स बचाने का सही तरीका भी है। पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज पर भी टैक्स नहीं लगता है। सरकार अभी पीपीएफ पर 7.1 फीसदी का ब्याज देती है।
पेश होगा अंतरिम बजट
मोदी सरकार 1 फरवरी को अपने दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट यानी अंतरिम बजट पेश करेगी। इसके बाद पूरे देश में लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में 1 फरवरी 2024 को पेश होने वाला बजट चुनावों से पहले आने वाला बजट है जिसमें सभी वर्ग के लिए घोषणाएं कर सकती है।