Bihar Political Crisis: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल का दौर देखने को मिल रहा है। राज्य के सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से महागठंबधन का साथ छोडकर एनडीए के खेमें में जा सकते हैं। इस बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अपने आवास पर 28 जनवरी को सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है। जिसमें नीतीश कुमार अपने पत्ते खोल सकते हैं। हालांकि JDU ने इस बैठक का एजेंडा अभी तक नहीं बताया है।
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल विधायक दल की बैठक आज (27 जनवरी 2024) को पटना में दिन में 1.30 बजे हो सकती है। वहीं बीजेपी ने भी आज शाम को 4 बजे विधायकों के साथ बैठक कर सकते है। ऐसे में नीतीश कुमार की रविवार को होने वाली बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।
नीतीश बदल सकते हैं सहयोगी दल
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नीतीश कुमार NDAके समर्थन से सरकार बनाकर शपथ ग्रहण की तैयारी कर रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह 28 जनवरी को होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं ये भा कहा जा रहा है कि बीजेपी के सुशील कुमार मोदी बतौर डिप्टी सीएम की शपथ ग्रहण कर सकते हैं। वहीं कांग्रेस भी पूरी तरह से तैयारी कर रही है। इसके लिए पार्टी ने 27 जनवरी को पुर्णिया में सभी कांग्रेसी विधायकों की बैठक बुलाई है। वहीं JD(U) और RJD के बीच दरार तभी नजर आने लगी थी, जब नीतीश कुमार ने पटना के राजभवन में गणतंत्र दिवस के मौके पर चाय समारोह (tea ceremony) में हिस्सा लिया। जबकि उस दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) नजर नहीं आए।
जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से तेजस्वी के नहीं शामिल होने पर सवाल किया तो सीएम नीतीश कुमार ने तीखे अंदाज मे कहा कि यह तो तेजस्वी को बताना होगा कि वो इस कार्यक्रम में क्यों नहीं शामिल हुए। बता दें कि इस समय JDU के पास 45 विधायक हैं। वहीं बीजेपी के पास 76 विधायक हैं।
पटना में आज ही दिन में करीब 1.30 बजे RJD विधायक दल की बैठक है। इसमें पार्टी के सभी 79 विधायकों के साथ वरिष्ठ नेताओं को भी रहने के लिए कहा गया है। कहा जा रहा है कि गठबंधन टूटने की सूरत में राजद भी सरकार बनाने का दावा कर सकती है। हालांकि, उसके पास फिलहाल बहुमत 122 सीट से 8 सीटें कम हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि राजद गठबंधन 114 की अपनी संख्या को 122 तक ले जाने के लिए जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 4, एआईएमआईएम के 1 और एक निर्दलीय विधायक को अपने पाले में करने की कवायद में लगी हुई है।